मुंबई। महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे बनाम एकनाथ शिंदे की सियासी जंग बुधवार को और तेज होती दिखी। दोनों ही गुटों ने अलग-अलग दशहरा रैली की। उद्धव की रैली शिवसेना के पारंपरिक शिवाजी पार्क में थी। वहीं, शिंदे गुट ने बीकेसी मैदान में रैली की। एकनाथ शिंदे ने इस रैली में उद्धव ठाकरे के हमलों का न सिर्फ अपने अंदाज में जवाब दिया, बल्कि उनको जोर का झटका भी दिया। शिंदे का ये झटका उद्धव के बड़े भाई जयदेव ठाकरे के रूप में था। जयदेव ठाकरे ने एकनाथ शिंदे के साथ न सिर्फ मंच साझा किया, बल्कि उन्होंने महाराष्ट्र की जनता से शिंदे का भरपूर समर्थन करने की अपील भी की। जयदेव के साथ उनकी पत्नी-बेटा और सबसे बड़े भाई दिवंगत बिंदुमाधव ठाकरे के बेटे निहार भी एकनाथ शिंदे की दशहरा रैली में शामिल हुए।
Balasaheb Thackeray’s son Jaidev Thackeray asks people to support Eknath Shinde. pic.twitter.com/tU3OYC3YD5
— News Arena (@NewsArenaIndia) October 5, 2022
जयदेव ने बीकेसी ग्राउंड पर मौजूद भीड़ को संबोधित करते हुए कहा कि एकनाथ शिंदे हमेशा उनके पसंदीदा रहे हैं। उन्होंने कहा कि अब महाराष्ट्र के सीएम हैं और अब उनको वो एकनाथ राव कहेंगे। जयदेव ने शिंदे सरकार की नीतियों की तारीफ भी की। उनको गरीबों, किसानों और दलितों का मसीहा बताया। जयदेव ने कहा कि किसान सबसे मेहनती लोग हैं। उनको राबकारी कहा जाना चाहिए। उद्धव के बड़े भाई ने ये भी कहा कि एकनाथ शिंदे उन लोगों में से हैं, जो अपनों के लिए काम कर रहे हैं। बिना किसी शर्त के एकनाथ शिंदे का समर्थन करने का भी जयदेव ठाकरे ने मंच से एलान कर दिया। जयदेव के संबोधन के दौरान बाला साहेब ठाकरे और एकनाथ शिंदे के नाम पर खूब नारेबाजी हुई और लोगों ने तालियां पीटीं।
जयदेव ने रैली में मौजूद शिंदे समर्थकों से कहा कि वो उनको कभी अकेला न छोड़ें। उद्धव के बड़े भाई ने कहा कि सभी को एकनाथ शिंदे के पीछे मजबूती से खड़े होने की जरूरत है, ताकि वो अपने अच्छे काम जारी रख सकें। उन्होंने महाराष्ट्र में ‘शिंदेशाही’ सरकार लाने की अपील की। एकनाथ शिंदे को जयदेव ठाकरे का समर्थन मिलना काफी अहम माना जा रहा है। जयदेव उस ठाकरे परिवार के वारिसों में से एक हैं, जिसकी शिवसेना पर कब्जे के लिए उद्धव और शिंदे गुट के बीच चुनाव आयोग में जंग चल रही है। ऐसे में जयदेव का शिंदे को समर्थन करना उद्धव ठाकरे के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। बता दें कि उद्धव के चचेरे भाई और बाल ठाकरे के स्वाभाविक प्रतिनिधि माने जाने वाले एमएनएस प्रमुख राज ठाकरे पहले ही एकनाथ शिंदे का समर्थन कर चुके हैं।