नई दिल्ली। यह कैसी विडंबना है कि जहां एक तरफ गोवा में शंघाई सहयोग संगठन की बैठक में पाकिस्तानी विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो दोनों मुल्कों की तरक्की के लिए बड़ी-बड़ी तकरीरें दे रहे हैं, तो वहीं दूसरी तरफ पाकिस्तान जम्मू-कश्मीर की शांति भंग करने के लिए आतंकियों की फौज भेज रहा है। पहले पुंछ में सेना की गाड़ी में घात लगाकर हमला करने का मामला सामने आया और अब राजौरी में भी उसने अपने नापाक मंसूबों को भी धरातल पर उतारा है। वो भी ऐसी सूरत में जब पाकिस्तानी विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो शंघाई सहयोग संगठन में शिरकत करने पहुंचे हैं। ऐसे में अब आप ही बताइए कि भला दोनों देशों के बीच रिश्ते में जारी खटास कैसे दूर होगी?
J&K | Five soldiers lost their lives in the encounter ongoing in Kandi area of Rajouri. Senior officials have reached the spot.
(Visuals deferred by unspecified time) pic.twitter.com/3sIKz28Wus
— ANI (@ANI) May 5, 2023
बता दें कि जम्मू-कश्मीर के राजौरी में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ हो गई। जिसमें पांच जवान वीरगति को प्राप्त हो गए। पहले सुबह तीन जवानों के शहीद होने की खबर आई और अब खबर है कि उधमपुर में अस्पताल में उपाचर के दौरान दो जवानों ने भी तम तोड़ दिया है। इस मुठभेड़ में अब तक पांच जवान वीरगति को प्राप्त हो चुके हैं। इसके अलावा एक जवान अभी जिंदगी और मौत से जंग लड़ रहा है। उधर, जिन आतंकियों ने अपने नापाक करतूतों को जमीन पर उतारा है, उनकी तलाश में पुलिस जुटी हुई है।
#UPDATE | J&K DGP Dilbagh Singh and ADGP Jammu Mukesh Singh have reached Kandi area of Rajouri where an encounter is going on.
— ANI (@ANI) May 5, 2023
वहीं पुलिस ने एहतियात बररते हुए प्रदेश में इंटरनेट व्यवस्था बंद कर दी है, ताकि कोई अपने नापाक करतूतों को धरातल पर उतार ना सकें। इसके अलावा सूत्रों के हवाले से खबर है कि जिन आतंकियों ने राजौरी में सेना के जवानों पर गोलीबारी की है, वो सभी पाकिस्तानी थे। उन्हें पाकिस्तान की ओर से ही हथियार मुहैया कराए गए थे। उधर, आतंकियों के अलावा ओजीडब्लू वर्कर भी इसमें शामिल हैं। बता दें कि अक्सर घने जंगलों और खराब मौसम का फायदा उठाकर आतंकी राजौरी में अपने नापाक करतूतों को अंजाम दे जाते हैं। उधर, सेना की ओर से हमले की जद में आए अन्य सैनिकों की तलाश के लिए सेना की ओर से रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।
सेना की ओर से चलाए जा रहे इस ऑपरेशन का नाम त्रिनेत्र दिया गया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, गत मई से यह ऑपरेशन जारी है। बताया जा रहा है कि इस ऑपरेशन के तहत अब तक कई आतंकियों को ढेर किया जा चुका है। उधर, घाटी में अब तक अपने नापाक करतूतों को अंजाम देने की दिशा में 50 जवानों के सक्रिय होने की जानकारी सामने आई है। उधर, स्थिति की संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुए डीजीपी दिलबाल सिंह जम्मू-कश्मीर पहुंच चुके हैं। वहीं, अब जिस तरह से राजौरी जिले में पाकिस्तानी आतंकियों की ओर से सेना पर कायराना हमला किया गया है, उसका गोवा में चल रहे शंघाई सहयोग संगठन की बैठक में क्या असर पड़ता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।