नई दिल्ली। मोरबी पुल हादसे में मुख्य आरोपी और ओरेवा कंपनी के मालिक जयसुख पटेल ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया है। बीते दिनों पुलिस द्वारा दाखिल की गई चार्जशीट में जयसुख को मुख्य आरोपी बताया गया था, लेकिन वो पुलिस की गिरफ्त से दूर था। पुलिस उसकी तलाश में जुटी हुई थी। यहां तक उसे भगोड़ा भी घोषित किया जा चुका थ। वहीं, आज पुलिस द्वारा शिकंजा कसने के बाद उसने खुद सरेंडर करना उचित समझा। बहरहाल, अब आगामी दिनों में उसके खिलाफ क्या कुछ कार्रवाई की जाती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।
#UPDATE | Morbi bridge collapse | Jaysukh Patel of Oreva Group surrenders before the court of Chief Judicial Magistrate in Morbi. https://t.co/IcVvUgD2q0
— ANI (@ANI) January 31, 2023
आपको बता दें कि इससे पहले गुजरात पुलिस ने मोरबी पुल हादसा मामले में 1,262 पन्नों का आरोपपत्र दाखिल किया था। जिसमें ओरेवा ग्रुप के निदेशक जयसुख पटेल का नाम भी शामिल था। पुलिस ने मीडिया से मुखातिब होने के क्रम में बताया था कि 10 लोगों के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया गया था। जिसमें से 9 को तो पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया था और अब एक ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया है। ध्यान रहे कि आरोपपत्र में प्रबंधक दीपक पारेख, दिनेश दवे, तीन सुरक्षा गार्ड, दो टिकट क्लर्क और इतने ही निजी संविदा कर्मियों का नाम शामिल था। यह सभी आरोपी न्यायिक हिरासत में हैं। इसके अलावा मामले में मुख्य आरोपी जयसुख पटेल ने गिरफ्तारी से पहले ही अग्रिम जमानत याचिका दाखिल कर दी थी।
ओरेवा ग्रुप के निदेशक जयसुख पटेल पर आरोप है कि उन्होंने बिना फिटनेस प्रमाणपत्र जारी किए झूला पुल को आम लोगों के लिए खोल दिया था, जिससे कई लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा था। ध्यान रहे यह ब्रिटिश कालीन पुल था। बीते दिनों इसके मरम्मत का कार्य ओरेवा ग्रुप को सौंपा गया था लेकिन उन्होंने पुल को मरम्मत करने की दिशा में अनियमितता बरती थी, जिसकी वजह से उसे अपनी जान से हाथ धोना पड़ा था। बहरहाल, अब इस पूरे मामले में आगामी दिनों में क्या कुछ कार्रवाई की जाती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।