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Sanjeev Maheshwari: जीवा हत्याकांड में बड़ा खुलासा, भाई की दाढ़ी नोचने पर करवा दी हत्या!

संजीव जीवा यूपी के खौफनाक गैंगस्टरों में से एक था। उस पर बीजेपी नेता बृह्म दत्त तिवारी और कृष्णानंद की हत्या का आरोप था। उसे मुख्तार अंसारी का करीबी बताया था। वो मुख्तार  अंसारी के लिए बतौर शूटर काम करता था। नब्बे के दशक में ही उसने अपराध की दुनिया में कदम रखा था।

नई दिल्ली। संजीव महाश्वेरी उर्फ जीवा हत्याकांड को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। दरअसल, पुलिस के हत्थे चढ़ा हत्यारा विजय यादव ने इस बात को कबूल किया है कि उसे जीवा को मारने की सुपारी दी गई थी। उसे यह सुपारी नेपाल में असलम ने दी थी। असलम अपनी भाई की बेइज्जती का बदला जीवा से लेना चाहता था। जीवा ने उसके भाई आतीफ की दाढ़ी नोंची थी। जिससे खफा होकर उसने विजय को जीवा की हत्या के लिए 20 लाख रुपए की सुपारी दी थी। बता दें कि विजय ने पुलिस पूछताछ के दौरान यह खुलासा किया है। अब इस  खुलासे के बाद बहुत मुमकिन है कि पुलिस असलम तक भी पहुंचेगी। बताया जा रहा है कि असलम इस वक्त नेपाल में छुपा हो सकता है। आइए आगे आपको पूरा माजरा विस्तार से बताते हैं।

दरअसल, गैंगस्टर संजीव महाश्वेरी उर्फी जीवा की गोली मारकर हत्या लखनऊ कोर्ट परिसर में अधिवक्ताओं और सुरक्षाकर्मियों की भारी मौजूदगी के बीच में कर दी गई थी। इस फायरिंग की जद में एक महिला और बच्ची भी आ गई थी। हालांकि मौके पर मौजूद अधिवक्ताओं ने हत्यारे को पकड़कर खूब पीटा। इसके बाद उसे पुलिस के हवाले कर दिया गया था, लेकिन जिस तरह से पुलिस अभिरक्षा में संजीव जीवा को मौत के घाट उतारा गया था, उसे लेकर योगी सरकार सवालों के घेरे में है। वहीं इस पूरे मसले को लेकर राजनीति भी तेज हो गई है। उधर, मामले को संज्ञान में लेने के बाद सीएम योगी ने जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति का गठन किया था। इस जांच के बाद ही यह हैरान करने वाला खुलासा हुआ है।

संजीव जीवा यूपी के खौफनाक गैंगस्टरों में से एक था। उस पर बीजेपी नेता बृह्म दत्त तिवारी और कृष्णानंद की हत्या का आरोप था। उसे मुख्तार अंसारी का करीबी बताया जाता था। वो मुख्तार अंसारी के लिए बतौर शूटर काम करता था। नब्बे के दशक में ही उसने अपराध की दुनिया में कदम रखा था। बृह्म दत्त तिवारी हत्याकांड मामले में उसे लखनऊ कोर्ट लाया गया था, लेकिन  पुलिस अभिरक्षा में ही उसकी गोली मारकर हत्या कर दी गई। सनद रहे कि इससे पहले माफिया ब्रदर्स अतीक और अशरफ की भी पुलिस अभिरक्षा में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जिसे लेकर योगी सरकार पर सवाल उठे थे। बहरहाल,  उक्त मामले की जांच जारी है। अब ऐसे में यह पूरा माजरा आगामी दिनों में क्या रुख अख्तियार करता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।