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Sukhdev Singh Gogamedi: सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या मामले में पुलिस को बड़ी सफलता, धरा गया मुख्य आरोपी 

sukhdev Singh Gogamedi: सुखदेव के समर्थक सड़कों पर उतरकर सरकार के खिलाफ हल्ला बोल रहे हैं और उनसे आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की कर रहे हैं। हालांकि, बीजेपी के कई वरिष्ठ नेताओें ने सामने आकर आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात कही है।

नई दिल्ली। करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी व साजिशकर्ता रामवीर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इससे पहले एक आरोपी क्रॉस फायरिंग में मारा गया था, जबकि दूसरा मौके से फरार हो गया था, जिसे कुछ घंटों की तलाशी के बाद गिरफ्तार कर लिया गया था। वहीं, दूसरे की तलाश में पुलिस जुट गई थी, जिसे बाद में पकड़ लिया गया था। बता दें कि सुखदेव सिंह गोगामेड़ी हत्याकांड में तीन आरोपी संलिप्त थें, जो कि सुखदेव के मेहमान बनकर उनके घर में दाखिल हुए थे, जिन्होंने बाद में बातचीत के बहाने सुखदेव को गोलियों से भून दिया था।

वहीं, सुखदेव की सुरक्षा में मौके पर मौजूद लोगों ने फायरिंग की, जिसकी जद में आकर एक आरोपी ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। हालांकि, अभी तक यह साफ नहीं हो पाया है कि आखिर सुखदेव को क्यों गोलियों का शिकार बनाया गया ? अब उम्मीद है कि रामवीर पुलिस पूछताछ में इस संदर्भ में कोई खुलासा करें, जिससे कि किसी नतीजे पर पहुंचा जा सकें। फिलहाल, पुलिस इस मामले के संदर्भ में किसी भी प्रकार की बयानबाजी करने से गुरेज कर रही है।

उधर, सुखदेव के समर्थक सड़कों पर उतरकर सरकार के खिलाफ हल्ला बोल रहे हैं और उनसे आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की कर रहे हैं। हालांकि, बीजेपी के कई वरिष्ठ नेताओें ने सामने आकर आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात कही है। बीते दिनों इसी संदर्भ में प्रशासन की ओर से आरोपियों के जल्द से जल्द धरपकड़ के लिए इनाम भी घोषित किया गया था। वहीं, इस पूरे मामले में एक ऐसा सच भी सामने आया है, जिसने सभी के होश फाख्ता कर दिए हैं। दरअसल, सुखदेव ने तत्कालीन गहलोत सरकार को लेटर लिखकर सुरक्षा मुहैया कराए जाने की मांग की थी, लेकिन बताया जा रहा है कि लेटर को संज्ञान में लिए जाने के बावजूद भी सुखदेव को सुरक्षा मुहैया नहीं कराई गई। मीडिया में चल रही खबरों के मुताबिक, सुखदेव ने इस बात को काफी पहले ही भांप लिया था कि उनकी जान को खतरा हो सकता है। उधर, इसे बीजेपी ने गहलोत सरकार के खिलाफ जनता के बीच में पेश करने की कोशिश की, लेकिन आपको बता दें कि सरकार की ओर से कोई भी प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। बहरहाल, अब आगामी दिनों में पुलिस इस पूरे मामले में क्या रुख अख्तियार करती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।