नई दिल्ली। 8 भारतीय नौसैनिकों को कतर में मिले सजा ए मौत के मामले में भारत को बड़ी सफलता मिली है। दरअसल, भारत को इस मामले में काउंसलर एक्सेस ( रायनयिक मदद) मिला है। इसे अगर आसान शब्दों में समझने की कोशिश करें, तो अब कतर में मौजूद राजनयिक भारतीय नौसैनिकों से संपर्क कर उन्हें कानून मदद पहुंचा सकते हैं। बता दें कि भारत को यह सफलता ऐसे समय में मिली है, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दुबई में क्लाइमेट समिट में शिरकत करने पहुंचे हैं। इस दौरान उनकी कई वैश्विक नेताओं से मुलाकात हुई।
इतना ही नहीं, इस दौरान उनकी दुबई के शेख से भी मुलाकात हुई थी, जिसके बाद उन्होंने यह कदम उठाया। हालांकि, इस बीच राजदूत ने जेल में बंद भारतीय नौसैनिकों से भी मुलाकात की थी। सनद रहे कि अब तक इस मामले की दो मर्तबा सुनवाई हो चुकी है। वहीं, अब तीसरी सुनवाई भी जल्द होनी है। जिसके बाद इस संदर्भ में आगे का फैसला किया जाएगा। ध्यान दें, कतर में भारतीय नौसैनिकों को ऐसे वक्त में सजा सुनाई गई थी, जब आतंकी संगठन हमास और इजराइल के बीच भीषण युद्ध चल रहा था। उधर, भारत ने इस युद्ध के दौरान इजराइल का खुला समर्थन करने का ऐलान किया था, जिससे खफा होकर कथित तौर पर कतर ने भारतीय नौसैनिकों को मौत की सजा सुनाई गई थी, लेकिन इसके बावजूद भी भारत ने इजराइल को लेकर जारी अपने रूख में किसी भी प्रकार का परिवर्तन नहीं किया।
आपको बता दें कि 27 अक्टूबर को कतर की अदालत ने जासूसी के आरोप में भारतीय नौसैनिकों को मौत की सजा सुनाई थी। जिसके बाद भारत सरकार ने इस सजा के विरोध में अपील दायर की, जिसे बाद में स्वीकार कर लिया गया। वहीं, बीते दिनों भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि हम पूरे मामले पर नजर बनाए हुए हैं।