नई दिल्ली। बिहार में विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election 2020) खत्म हो चुका है, और मंगलवार यानी 10 नवंबर को इसके नतीजे आने हैं। चुनाव बाद आए एग्जिट पोल (Exit poll) में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) की विदाई और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेतृत्व वाले महागठबंधन की सरकार बनने के संकेत मिल रहे हैं। जिसको लेकर महागठबंधन (Grand Alliance) में हलचल तेज हो गई है। वहीं नतीजों से पहले ही कहीं न कहीं कांग्रेस को अपने विधायकों के टूटने का डर सताने लगा है। इसी कड़ी में कांग्रेस ने मतगणना के बाद विधायकों को एकजुट रखने के लिए दो बड़े नेताओं को पटना भेजा है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पार्टी के दो वरिष्ठ नेता पार्टी महासचिव अविनाश पांडेय और रणदीप सिंह सुरजेवाला को पटना भेजा है। दोनों को चुनाव नतीजों के बाद पार्टी के प्रबंधन की जिम्मेदारी दी गई है।
सूत्रों के हवाले से मिल रही जानकारी की माने तो एग्जिट पोल में जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के बीच करीबी लड़ाई की आशंका जताई जा रही है। इसलिए कयास के हिसाब से विपक्ष खेमे से विधायकों की खरीद-फरोख्त की कोशिश की जा सकती है। ऐसे में इन हालात को देखते हुए इस बार पहले से ही दोनों वरिष्ठ नेताओं को पटना भेज दिया गया है। जानकारी की माने तो ये दोनों नेता अभी बिहार में ही रहेंगे साथ ही गठबंधन सहयोगियों के साथ मिलकर तालमेल बिठाने की पूरी कोशिश करेंगे।
गौरतलब है कि महागठबंधन में आरजेडी, कांग्रेस और वाम दल एक साथ हैं। तो वहीं दूसरी तरफ एनडीए में जेडीयू, भारतीय जनता पार्टी (BJP), जीतनराम मांझी की पार्टी हम, मुकेश सहनी की विकासशील इंसान पार्टी (VIP) शामिल है।