newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Bihar Political Crisis: बिहार में आखिरकार नीतीश कुमार ने एक बार फिर मारी पलटी, तोड़ा BJP से गठबंधन

Bihar Political Crisis: बता दें कि पहली मर्तबा नहीं है, जब नीतीश कुमार ने भाजपा से गठबंधन तोड़ा हो। इससे पहले भी उन्होंने साल 2014 में भाजपा की तरफ से नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री का पद का उम्मीदवार बनाए जाने के बाद एनडीए से 17 साल पुराना नाता तोड़ लिया था। जिसके बाद 2015 में उन्होंने लालू यादव की पार्टी आरजेडी के साथ मिलकर सरकार बनाई थी। हालांकि दोनों का गठबंधन ज्यादा दिनों तक नहीं टिक पाया।

नई दिल्ली। बिहार की राजनीति से बड़ी खबर सामने आ रही है। बिहार में आखिरकार नीतीश कुमार ने एक बार फिर पलटी मारी है।  भाजपा और जेडीयू का गठबंधन टूट गया है। सूत्रों के हवालों से ये खबर सामने आ रही है। जिसके बाद सीएम नीतीश कुमार मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देंगे। बताया जा रहा है कि नीतीश कुमार की पार्टी विधायकों और सांसदों के साथ मुलाकात के बाद ये ऐलान किया है। नीतीश कुमार आज शाम 4 बजे राजभवन में राज्यपाल फागू चौहान से मुलाकात भी करेंगे। बता दें कि आरजेडी नेता तेजस्वी यादव नीतीश कुमार को समर्थन देने के लिए तैयार हैं। लेकिन तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार के सामने शर्त रखी है कि वो डिप्टी सीएम के साथ-साथ गृह मंत्रालय भी चाहते हैं। ऐसे में हैरान करने वाली बात ये है कि भाजपा से गठबंधन तोड़ने के बाद वो तेजस्वी यादव को गृह विभाग का जिम्मा देंगे। क्योंकि नीतीश कुमार कभी भी अकेले अपने दम पर सरकार नहीं बना पाए है। कभी भाजपा का साथ दिया, तो कभी आरजेडी के साथ मिलकर सरकार बनाई है।

दिलचस्प बात ये भी है कि नीतीश कुमार ने गृह मंत्रालय कभी किसी दूसरे नेता या अपनी पार्टी के नेताओं को भी नहीं दिया। उन्होंने हमेशा गृह मंत्रालय अपनी मुट्ठी में रखा। लेकिन तेजस्वी यादव ने उनके आगे अपना बड़ा दांव चल दिया है और गृह विभाग अपने पास रखने पर आड़े हुए है। बता दें कि पहली मर्तबा नहीं है, जब नीतीश कुमार ने भाजपा से गठबंधन तोड़ा हो। इससे पहले भी उन्होंने साल 2014 में भाजपा की तरफ से नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाए जाने के बाद एनडीए से 17 साल पुराना नाता तोड़ लिया था। जिसके बाद 2015 में उन्होंने लालू यादव की पार्टी आरजेडी के साथ मिलकर सरकार बनाई थी। हालांकि दोनों का गठबंधन ज्यादा दिनों तक टिक नहीं पाया। करीब 20 महीने की सरकार चलाने के बाद जेडीयू ने आरजेडी से गठबंधन तोड़ लिया था।

नीतीश कुमार ने ‘भ्रष्टाचार विरोध’ को कारण बताते हुए साल 2017 में  राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) से गठबंधन तोड़ लिया था और अचानक से भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनाकर सबको चौंका दिया था। उस वक्त लालू के लाल तेजस्वी पर भ्रष्टाचार के आरोप में भी फंस गए थे। इतना ही आरजेडी प्रमुख लालू यादव ने गठबंधन तोड़ने पर नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए पलटूराम तक कह दिया था। लेकिन आज एक बार फिर नीतीश कुमार ने पलटी मारी है और आरजेडी के साथ मिलकर सरकार बनाने जा रहे हैं।