Bihar: वॉरंट विवाद में घिरे कार्तिक कुमार को बिहार के कानून मंत्री पद से सीएम नीतीश ने हटाया, बीजेपी और लोग उठा रहे थे सवाल

गिरफ्तारी के वॉरंट विवाद में घिरे बिहार के कानून मंत्री कार्तिक कुमार का विभाग सीएम नीतीश कुमार ने बदल दिया है। कार्तिक कुमार को अब गन्ना और उद्योग मंत्री का पद दिया गया है। जबकि, शमीम अहमद को गन्ना और उद्योग मंत्री के पद से हटाकर बिहार का कानून मंत्री बनाया गया है।

Avatar Written by: August 31, 2022 7:59 am
bihar minister kartik kumar and cm nitish

पटना। गिरफ्तारी के वॉरंट विवाद में घिरे बिहार के कानून मंत्री कार्तिक कुमार का विभाग सीएम नीतीश कुमार ने बदल दिया है। कार्तिक कुमार को अब गन्ना और उद्योग मंत्री का पद दिया गया है। जबकि, शमीम अहमद को गन्ना और उद्योग मंत्री के पद से हटाकर बिहार का कानून मंत्री बनाया गया है। बता दें कि कार्तिक कुमार के मंत्री पद की शपथ लेकर कानून विभाग की जिम्मेदारी संभालने के बाद ही विवाद शुरू हो गया था। उनके खिलाफ कोर्ट से जारी गिरफ्तारी वॉरंट का मामला सामने आया था। जिसके बाद कार्तिक को कानून मंत्री बनाए जाने का विरोध देखने को मिल रहा था। विपक्षी बीजेपी के नेता सुशील कुमार मोदी और अन्य ने कार्तिक को इस पद से हटाने की मांग की थी।

nitish kumar

इस मामले के गरमाने के बाद मीडिया ने कार्तिक कुमार के खिलाफ गिरफ्तारी वॉरंट जारी होने से जुड़ा सवाल नीतीश कुमार से पूछा था। नीतीश ने उस वक्त कहा था कि उन्हें इस बारे में जानकारी नहीं है। अब उन्होंने कार्तिक को कानून मंत्री के पद से हटाकर दूसरा विभाग सौंपा है। बता दें कि कार्तिक के खिलाफ गिरफ्तारी वॉंरंट तो जारी हुआ था, लेकिन एक स्थानीय कोर्ट ने इस पर 2 सितंबर तक अमल की रोक लगा दी थी। 2 सितंबर की तारीख आने से पहले ही नीतीश का कार्तिक को पद से हटाने का फैसला ये संकेत दे रहा है कि मंत्री को कोर्ट जेल भी भेज सकता है। इस वजह से विवाद को और तूल न पकड़ने देने के लिए नीतीश ने उनको कानून मंत्री पद से हटाने का फैसला किया है।

bihar leader kartik kumar

नीतीश कुमार ने बीते दिनों बीजेपी से अपना गठबंधन तोड़ते हुए लालू और तेजस्वी यादव की पार्टी आरजेडी से हाथ मिलाया था। आरजेडी के साथ सरकार बनाने का नीतीश ने फैसला किया, तो उससे भड़की बीजेपी ने उनके मंत्रियों में से तमाम के विवाद उछाले थे। बीजेपी ने मांग की थी कि नीतीश अपने दागी मंत्रियों को पद से हटाएं। नीतीश ने बीजेपी के आरोपों और मांग पर कोई भी प्रतिक्रिया नहीं दी थी। हालांकि, कार्तिक कुमार को दूसरा विभाग सौंपने का उनका फैसला साफ कर रहा है कि दागी मंत्रियों को पद से हटाने की उनकी फिलहाल इच्छा नहीं है। इसकी वजह गठबंधन का दबाव भी हो सकता है।