पटना। एक तरफ बिहार में विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों की तरफ से पूरी जोर-आजमाइश हो रही है वहीं लोकनीति-सीएसडीएस की तरफ से एक ऐसा सर्वे सामने आया है जो महागठबंधन की नींद उड़ा सकता है। आपको बता दें कि 10 से 17 अक्टूबर के बीच किए गए लोकनीति-सीएसडीएस के ओपिनियन पोल में 37 विधानसभा सीटों के 148 बूथों को कवर किया गया जिनमें से 3731 लोगों से बात की गई। लोगों से राज्य में किसकी सरकार बनेगी, मुख्यमंत्री पद के लिए पहली पसंद जैसे सवाल पूछे गए। इस सर्वे में लोगों से पूछा गया कि क्या आप नीतीश के काम से संतुष्ट हैं? इस सवाल के जवाब में सर्वे में पाया गया कि, 52 % लोग ऐसे हैं जो नीतीश सरकार के काम से संतुष्ट हैं। जबकि 44 फीसदी लोग असंतुष्ट हैं। वहीं, 61 फीसदी लोग मोदी सरकार के कामकाज से खुश दिखे तो वहीं 35 फीसदी लोगों ने नाखुशी जताई है।
नीतीश कुमार पहली पसंद
सीएम के रूप में मौजूदा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अभी भी लोगों की पहली पसंद बने हुए हैं। सर्वे के मुताबिक 31 फीसदी लोगों की पसंद के साथ वो पहले नंबर पर हैं तो आरजेडी के नेता तेजस्वी यादव 27 फीसदी लोगों की पसंद के साथ दूसरे, एलजेपी के प्रमुख चिराग पासवान 5 फीसदी के साथ तीसरे और बीजेपी नेता सुशील मोदी 4 फीसदी लोगों की पसंद के साथ चौथे स्थान पर हैं।
38 फीसदी लोगों का एनडीए पर फिर से भरोसा
सर्वे का अनुमान अगर सटीक रहा तो साफ है कि बिहार में फिर से एनडीए की सरकार बनती दिख रही है। बता दें कि सर्वे में 38 फीसदी लोगों ने एनडीए पर फिर से भरोसा जताया है। तो वहीं 32 फीसदी लोग चाहते हैं कि महागठबंधन की सरकार बने। वहीं 6 फीसदी लोगों का मानना है कि राज्य में एलजेपी की सरकार बननी चाहिए।
एनडीए को स्पष्ट बहुमत
वहीं नतीजों में मिलने वाली सीटों को लेकर सर्वे में सामने आया है कि नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले एनडीए को स्पष्ट बहुमत मिलेगा। सर्वे में एनडीए को 133-143 सीट मिलने का अनुमान है।। वहीं महागठबंधन को 88-98 सीट, एलजेपी को 2-6 सीट और अन्य को 6 से 10 सीटें मिलने का अनुमान है।