
नई दिल्ली। बिहार चुनाव को लेकर किया गया टाइम्स नाउ और सी वोटर सर्वे, बिहार के कुछ राजनीतिक दलों की चिंताएं बढ़ाने वाला है। इस विधानसभा चुनाव में जिस तरह से सभी राजनीतिक दल अपनी पूरी ताकत झोंक रहे हैं, उसको देखते हुए टाइम्स नाउ और सी वोटर का सर्वे काफी हद तक तस्वीर साफ कर रहा है। हालांकि आपको बता दें सर्वे महज एक अनुमान होते हैं, नतीजे नहीं। बता दें कि टाइम्स नाउ और सी वोटर के सर्वे में माना जा रहा है कि बिहार में नीतीश कुमार फिर से सत्ता में वापसी कर सकते हैं। यहीं नहीं सीटों को लिहाज से देखें तो जदयू को 70 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है। वहीं विरोधी दलों में राष्ट्रीय जनता दल(RJD) इस चुनाव में एक फिर हार का सामना कर सकती है। इतना ही नहीं सर्वे के नतीजों में बताया गया है कि इस चुनाव में NDA के सामने तेजस्वी यादव का कोई जादू नहीं चलने वाला है।
बता दें कि सीटों पर गौर करें तो सर्वे में राजद को 56 सीटें मिलने का अनुमान बताया गया है। वहीं भारतीय जनता पार्टी को इस सर्वे में 85 सीटें मिलने का अनुमान बताया गया है। हालांकि इस चुनाव सिर्फ तेजस्वी ही नहीं बल्कि चिराग पासवान की भी चुनावी हवा जमनी स्तर पर कम दिख रही है। वहीं आगामी चुनावों में बीजेपी-जेडीयू गठबंधन वाली एनडीए 48.2 फीसदी वोटों के साथ 160 सीटें जीत सकती है।
ओपिनियन पोल के अनुसार एलजेपी को सिर्फ 5 सीटें मिलती दिख रही हैं। अनुमान के अनुसार एनडीए से अलग होने के बाद चिराग पासवान को कुछ खास फायदा होता नहीं दिखा। 2015 के विधानसभा चुनाव में भी एलजेपी अच्छा प्रदर्शन करती नहीं दिखाई दी थी।
गौरतलब है कि बिहार चुनाव से पहले चिराग पासवान एनडीए से अपना नाता तोड़ चुके हैं। हालांकि उन्होंने यह भी बात साफ की थी कि वह चुनाव मैदान में एनडीए के खिलाफ नहीं बल्कि सिर्फ जेडीयू के खिलाफ चुनाव में हैं। बता दें कि बिहार में NDA का फॉर्मूला जद(यू) को 122 सीटों पर चुनाव लड़ने का जिसमें जीतनराम मांझी की पार्टी हम की सीटें भी शामिल है, वहीं भाजपा भी 121 सीटों पर चुनाव लड़ेगी यह तय हो गया है।