
नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने पहलगाम हमला मामले में पाकिस्तान के खिलाफ भारत के द्वारा लिए जा रहे कड़े फैसलों के बारे में बात करते हुए कहा कि अभी तो यह शुरुआत है, पाकिस्तान को इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। सिंधु जल संधि के निलंबन पर भड़के पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो-जरदारी के बयान को उन्होंने बेवकूफी भरा बताया और ऐसे बयानों पर ध्यान ना देने के लिए कहा। वहीं बीजेपी नेता शाहनवाज हुसैन ने भी पलटवार करते हुए कहा कि बिलावल भुट्टो बिलबिला रहा है, पाकिस्तान को अब लग रहा है कि उनका मुल्क पानी के बिना रेगिस्तान बन जाएगा। हमारे मासूम लोगों का खून बहाने वालों को करारा जवाब पहले भी मिला है और आगे भी मिलेगा।
VIDEO | Delhi: BJP leader Shahnawaz Hussain slams PPP Chairman Bilawal Bhutto-Zardari over his remarks on India’s move to put the Indus Water Treaty in abeyance after the Pahalgam terror attack.
“Bilawal Bhutto is fuming ever since Pakistan’s access to water was stopped. Borders… pic.twitter.com/d3QT0L2Nlh
— Press Trust of India (@PTI_News) April 26, 2025
बता दें कि बिलावल भुट्टो जरदारी ने भारत पर भड़कते हुए कहा था कि सिंधु दरिया हमारा है और हमारा रहेगा। इससे या तो हमारा पानी बहेगा या उनका खून बहेगा। हरदीप पुरी ने बिलावल के इस बयान पर कहा कि उसे कहीं पानी में कूदने के लिए कहो लेकिन जब पानी ही नहीं होगा तो वो कूदेगा कहां। साथ ही लंदन में पाकिस्तानी उच्चायोग के अधिकारी द्वारा भारतीय प्रदर्शनकारियों का गला काटने का इशारा किए जाने पर भी पुरी ने खूब सुनाया।
#WATCH | Mohali | On #Pahalgamterrorattack, Union Minister Hardeep Singh Puri says, “The Pahalgam incident is unequivocally a cross-border terrorist attack unleashed by a neighbouring state and they are taking its responsibility… Unlike before, no business will continue. Like… pic.twitter.com/IP6eGPIGIW
— ANI (@ANI) April 26, 2025
केंद्रीय मंत्री ने कहा, पहलगाम की घटना स्पष्ट रूप से पड़ोसी राज्य द्वारा किया गया सीमा पार आतंकवादी हमला है। उन्होंने कहा कि उनके रक्षामंत्री ने कहा भी है कि वो इस तरह की हकरतें करते आ रहे हैं। जैसा कि पीएम मोदी ने कहा है पाकिस्तान के साथ अब किसी तरह का कोई व्यापार नहीं होगा। इस आतंकवादी हमले की पूरी दुनिया निंदा कर रही है। हम उस बिंदु पर पहुंच गए हैं जहां पाकिस्तान को इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी। अगर वो (पाकिस्तान) सोचते हैं कि सिंधु जल संधि के निलंबन से बच सकते हैं, तो मैं उन्हें शुभकामनाएं देता हूं।