newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Bilawal Bhutto Zardari’s Attitude Softened : बिलावल भुट्टो जरदारी की भी निकल गई हेकड़ी, अब बातचीत से समाधान की कही बात

Bilawal Bhutto Zardari’s Attitude Softened : बीजेपी सांसद जगदंबिका पाल ने बिलावल को निशाने पर लेते हुए कहा कि आज जो पाकिस्तान खाने के लिए तरस रहा है, वह अब पानी के लिए तरसेगा। पहले वो आतंकवाद को खत्म करें, भारत को गीदड़भभकी न दें।

नई दिल्ली। पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के नेता बिलावल भुट्टो जरदारी जो कल तक भारतीयों का खून बहाने की धमकी दे रहे थे अब उनकी भी हेकड़ी निकल गई। बिलावल ने बैकफुट पर आते हुए कहा कि भारत और पाकिस्तान को बातचीत के जरिए समाधान निकालना चाहिए। हालांकि बिलावल ने यह भी कहा कि पाकिस्तान ने वार्ता की पेशकश की थी मगर भारत ने उसे खारिज कर दिया। इससे पहले भारत के द्वारा सिंध जल संधि को रद्द किए जाने पर बिलावल ने भड़कते हुए कहा था कि सिंधु दरिया हमारा है और हमारा रहेगा। इससे या तो हमारा पानी बहेगा या उनका (भारतीयों का) खून बहेगा।

बीजेपी सांसद जगदंबिका पाल ने बिलावल भुट्टो जरदारी के पूर्व में दिए बयान पर कहा, उन्हें 19 सितंबर 1960 का समझौता याद नहीं है कि सिंधु नदी भारत की है। पाकिस्तान हमारा पड़ोसी है और हमें उन्हें पानी देना चाहिए, यह समझौता हुआ था। पाल बोले, आज जो पाकिस्तान खाने के लिए तरस रहा है, वह अब पानी के लिए तरसेगा। पहले वो आतंकवाद को खत्म करें, भारत को गीदड़भभकी न दें, प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है कि आतंकी अगर पाताल लोक में भी होंगे तो वहां से भी उन्हें खोजकर नेस्तनाबूत करेंगे। बीजेपी सांसद ने कहा, जिस तरह से पहलगाम में निर्दोष लोगों को मारा गया है, उससे साबित होता है कि आतंकियों को पाकिस्तान के सेना प्रमुख असीम मुनीर ने उकसाया था और यह उसका परिणाम था, उनके सेना प्रमुख खुद आतंकवाद को बढ़ावा दे रहे हैं। अब उनके रक्षा मंत्री ने स्वीकार किया है कि हमने आतंकवाद को पनाह देने का गंदा काम किया है, आतंकवाद के लिए फंडिंग की है, आतंकियों को ट्रेनिंग देने का काम किया है।

बिलावल अकेले ऐसे नहीं हैं जिन्होंने पहले भारत को गीदड़भभकी दी हो और बाद में तेवर नरम पड़ गए। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने भी पहले भारत को चेतावनी देते हुए कहा था पाकिस्तान हर तरह से जवाब देने के लिए तैयार है। इसके बाद उनके सुर बदल गए थे और उन्होंने कहा था कि वो पहलगाम आतंकी हमले की जांच कराने के लिए तैयार हैं। बता दें कि पहलगाम हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कुछ सख्त कदम उठाए हैं। इतना ही नहीं पीएम मोदी समेत गृहमंत्री और रक्षामंत्री भी स्पष्ट कह चुके हैं कि हमले में शामिल आतंकियों के साथ-साथ उनकी मदद करने वालों को भी ढूंढकर सजा दी जाएगी।