कोलकाता। पश्चिम बंगाल के रिषड़ा में रामनवमी के बाद रविवार को हिंदू संगठनों की शोभायात्रा पर पथराव हुआ था। यहां अब रेलवे स्टेशन के गेट नंबर 4 के बाहर सोमवार को पथराव हुआ। इस पथराव के बाद रेलवे प्रशासन ने बर्धमान मेन लाइन पर ट्रेनों की आवाजाही रोक दी। जिससे यात्रियों को बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ा। रेलवे स्टेशन के बाहर पथराव की घटना के बाद पुलिस पहुंची और हालात को काबू में किया। उधर, राज्य की सीएम और टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी के ताजा बयान से पश्चिम बंगाल में विपक्षी बीजेपी भड़क गई है। उसके नेता ममता के बयान पर सवाल खड़े कर रहे हैं।
ममता बनर्जी ने एक सार्वजनिक कार्यक्रम में कहा कि 6 अप्रैल को हनुमान जयंती है। सबको नजर रखनी चाहिए कि इस पर्व पर फिर कोई दंगा न कर सके। उन्होंने ये भी कहा कि हिंदुओं को रमजान का पालन कर रहे मुसलमानों की सुरक्षा का जिम्मा लेना चाहिए, क्योंकि वे अल्पसंख्यक हैं। पश्चिम बंगाल में बीजेपी के अध्यक्ष सुकांत मजुमदार ने ममता के इसी बयान पर निशाना साधा है। सुकांत ने कहा है कि 6 अप्रैल को बीजेपी का स्थापना दिवस है और ममता ऐसे बयान देकर इस मौके पर होने वाले कार्यक्रमों पर रोक लगाना चाहती हैं।
पश्चिम बंगाल में भी रामनवमी के बाद हिंसा भड़की थी। पहले हावड़ा के शिबपुर में जमकर हिंसा हुई थी। इस्लामपुर में भी आगजनी की गई थी। जिसके बाद 2 अप्रैल को रिषड़ा में हिंदू संगठनों की शोभायात्रा पर पथराव हुआ था। इसमें बीजेपी के एक विधायक घायल हुए थे। उनको हॉस्पिटल में दाखिल कराया गया था। शिबपुर और रिषड़ा में हिंसा के बाद पश्चिम बंगाल के गवर्नर सीवी आनंद बोस ने कहा था कि कुछ लोग आग से खेल रहे हैं और इनको बख्शा नहीं जाएगा। बीजेपी ने हिंसा की इन घटनाओं की एनआईए जांच कराने के लिए कलकत्ता हाईकोर्ट में अर्जी भी दी है।