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West Bengal: बंगाल हिंसा को लेकर ममता की बढ़ी मुश्किलें, BJP ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की

Bengal Violence: दरअसल भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता और सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील गौरव भाटिया ने बंगाल हिंसा को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की है। इसके साथ भाजपा नेता ने याचिका दायर करके हिंसा की सीबीआई जांच की भी मांग की है।

नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल (West Bengal) में चुनाव नतीजे आने के बाद से ही लगातार हिंसा की खबरें सामने आ रही हैं। बंगाल में रविवार को आए चुनाव नतीजों में सत्तारूढ़ टीएमसी की प्रचंड जीत के बाद से ही सूबे के विभिन्न हिस्सों में हिंसा व आगजनी का दौर जारी है। ममता बनर्जी की सरकार बनते ही कार्यकर्ताओं ने आतंक मचाना शुरू कर दिया, कहीं भाजपा दफ्तरों को आग के हवाले कर दिया, तो कहीं भाजपा कार्यकर्ताओं के घरों में आग लगा दी। इतना ही नहीं कहीं भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या भी कर दी। इन घटनाओं में अबतक 11 लोगों के मारे जाने की खबर है। इस बीच बंगाल में चुनाव बाद हो रही हिंसा के खिलाफ भाजपा ने बड़ा कदम उठाया है। दरअसल भाजपा ने बंगाल में हो रही हिंसा के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का रूख किया है। जिसके बाद राज्य की मुख्यमंत्री और टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी की मुश्किलें बढ़ सकती है।

दरअसल भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता और सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील गौरव भाटिया ने बंगाल हिंसा को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की है। इसके साथ भाजपा नेता ने याचिका दायर करके हिंसा की सीबीआई जांच की भी मांग की है।

गौरव भाटिया ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है, फेसबुक में वीडियो अपलोड करने के तुरंत बाद मारे गए अभिजीत सरकार समेत दूसरे लोगों का उदाहरण दिया। हिंसा की CBI जांच की मांग की है इसके अलावा राज्य सरकार से की गई कार्रवाई पर रिपोर्ट लेने की भी मांग की है।

इससे पहले भाजपा नेता संबित पात्रा ने बंगाल हिंसा को लेकर ममता बनर्जी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि हम जिस प्रकार का मंजर बंगाल में देख रहे हैं, उस पर विश्वास नहीं हो रहा है। बंगाल आज जल रहा है। हमारे कार्यकर्ता हर घड़ी हमारे नेताओं को फोन कर रहे हैं और उनकी एक ही गुहार है हमें बचा लो। बंगाल में जो कुछ हो रहा है वो प्रशासन द्वारा प्रायोजित हिंसा है।

उन्होंने कहा कि आज भाजपा बंगाल में मुख्य विपक्षी पार्टी है और हम ये प्रतिज्ञा करते हैं कि हम अपने कार्यकर्ताओं और उन 2.28 करोड़ बंगालियों जिन्होंने हमारी नीति और विचार के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दिखाई उनके साथ खड़े होंगे