लखनऊ। लोकसभा चुनाव होने में करीब 5 महीने का वक्त बचा है। केंद्र में साल 2014 और 2019 में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बीजेपी ने सरकार बनाई थी। बीजेपी के धुरंधर नेता अमित शाह लगातार दावा कर रहे हैं कि एक बार फिर 2024 में बीजेपी लोकसभा चुनाव रिकॉर्ड सीटों से जीतेगी और मोदी फिर पीएम बनेंगे। पीएम नरेंद्र मोदी खुद इस साल 15 अगस्त को लालकिले से एलान कर चुके हैं कि अपने तीसरे कार्यकाल में वो भारत को दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनाएंगे। वहीं, यूपी के मंत्री और कद्दावर नेताओं में से एक जितिन प्रसाद ने भी दावा किया है कि लोकसभा चुनाव में बीजेपी इस बार 300 से ज्यादा सीटें जीतेगी और यूपी में भी वो रिकॉर्ड कायम करेगी। दरअसल, केंद्र में सरकार कौन बनाएगा, ये यूपी ही तय करता है। कहा जाता है कि जो भी यूपी में ज्यादातर लोकसभा सीटें जीतता है, उसकी सरकार ही केंद्र में बनती है। ऐसे में यूपी पर बीजेपी का जबरदस्त फोकस है। बीजेपी इस फोकस को नतीजों में बदलने के लिए युवा वर्ग का ज्यादा से ज्यादा वोट हासिल करने की तैयारी भी कर रही है।
सूत्रों के मुताबिक बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व ने यूपी की राज्य इकाई से कहा है कि घर-घर जाकर युवाओं से संपर्क किया जाए और उनको बीजेपी के पक्ष में लाया जाए। इसके लिए जल्दी ही बीजेपी अभियान शुरू करने जा रही है। अगर यूपी में युवा वोटरों की संख्या की बात करें, तो 2022 में जब यूपी में विधानसभा चुनाव हुए थे और बीजेपी ने लगातार दूसरी बार सरकार बनाई थी, तब वोटरों की तादाद 15 करोड़ से भी ज्यादा थी। इन वोटरों में 52.80 लाख नए वोटर भी थे। 18-19 साल के पहली बार वोट देने वाले यूपी के मतदाताओं का प्रतिशत करीब 26 फीसदी था। अब चुनाव आयोग एक बार फिर नए वोटरों का नाम दर्ज करवा रहा है। ऐसे में युवा शक्ति पर भरोसा करके बीजेपी यूपी में लोकसभा का समर जीतने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगाने वाली है।
साल 2014 और 2019 में हुए लोकसभा चुनाव की बात करें, तो बीजेपी ने 2014 में 42 फीसदी वोट हासिल करते हुए 85 में से 71 सीटें जीत ली थीं। 2019 में उसकी सीटों की संख्या में कमी आई थी। पिछली बार लोकसभा की 62 सीटें यूपी में बीजेपी ने जीती थीं। इस बार सीएम योगी आदित्यनाथ समेत यूपी बीजेपी के सभी नेता दावा कर रहे हैं कि 80 सीटों पर पार्टी को जीत हासिल होगी। अगर इस लक्ष्य को हासिल करना है, तो बीजेपी को यूपी में अपना वोट प्रतिशत 50 फीसदी के पार ले जाना होगा। 2022 में यूपी में हुए विधानसभा चुनाव की बात करें, तो बीजेपी को 42.4 फीसदी वोट मिले थे। जबकि, धुर विरोधी सपा को 31.6 फीसदी वोटरों ने अपना समर्थन दिया था। ऐसे में बीजेपी के लिए जरूरी है कि वो सपा के वोट काटे और अपने साथ जोड़े। ये काम काफी मुश्किल है, लेकिन चुनाव में करिश्मे होते ही रहते हैं।