भरतपुर। राजस्थान में कांग्रेस के शासन में अराजक तत्वों और अपराधियों के हौसले कितने बुलंद हैं, ये इसी से समझा जा सकता है कि रविवार रात भरतपुर से बीजेपी की सांसद रंजीता कोली पर खनन माफिया ने हमला किया। इस हमले में रंजीता बाल-बाल बचीं। हमलावरों ने उनकी कार में जमकर तोड़-फोड़ की। सांसद को खेतों में भागकर जान बचानी पड़ी। हमले से आक्रोशित रंजीता कोली थाने में धरने पर बैठ गईं। पुलिस कह रही है कि वो फरार हमलावरों को पकड़ने की कोशिश कर रही है। बता दें कि रंजीता कोली पर पहले भी तीन बार हमले हो चुके हैं।
रंजीता ने मीडिया को बताया कि वो रविवार रात दिल्ली से लौट रही थीं। इस दौरान उन्होंने कामां बॉर्डर पर अवैध खनन से ओवरलोड ट्रकों की कतार देखी। जब ट्रकों को रुकवाया, तो खनन माफिया ने हमला कर दिया। जमकर पथराव से कोली की गाड़ी के शीशे टूट गए। उनकी कार में ट्रक से टक्कर भी मारी गई। सुरक्षाकर्मियों के साथ वो खेत पर भागीं। वहां भी हमलावरों ने उनका पीछा किया। शोर-शराबा सुनकर जब ग्रामीण मौके पर पहुंचे, तो हमलावर वहां से भाग गए। सांसद का कहना है कि उन्होंने भरतपुर के एसपी को अवैध खनन के बारे में पहले ही बताया था। धरने पर बीजेपी सांसद के बैठने से प्रशासन में हड़कंप मचा। डीएम आलोक रंजन और एसपी श्याम सिंह ने मौके पर पहुंचकर उनसे घटना के बारे में जानकारी ली।
आज सुबह तक धरने पर बैठीं बीजेपी सांसद ने पुलिस और प्रशासन से हमलावरों को पकड़ने और अवैध खनन बंद कराने की मांग की है। रंजीता कोली का कहना है कि खनन माफिया 100 से ज्यादा ट्रकों को लेकर जा रहे थे। धिलावटी चौकी के पास उन्हें रोकने पर हमला किया गया। उनका ये भी आरोप है कि पुलिस के सामने ही खनन माफिया हमले के बाद ट्रकों को लेकर फरार हो गया। यहां तक कि पुलिस खुद ही ट्रकों को पास कराती रही।