नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों से पहले कांग्रेस पार्टी में लगातार घमासान बढ़ता जा रहा है। बंगाल चुनाव में गठबंधन को लेकर कांग्रेस पार्टी के दिग्गज नेता आपस में भिड़ते दिख रहे है। दरअसल बंगाल चुनाव में कांग्रेस ने वामदलों और कई अन्य दलों के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ने जा रही है। लेकिन चुनाव में कांग्रेस का इंडियन सेक्युलर फ्रंट (ISF) के साथ गठबंधन करना पार्टी के दिग्गज नेताओं को रास नहीं आ रहा है और वह इसका गठबंधन का खुलकर विरोध कर रहे है। एक तरफ जहां कांग्रेस के दिग्गज नेता आनंद शर्मा (Anand Sharma) ने बंगाल में पार्टी द्वारा आईएसएफ के साथ गठबंधन किए जाने पर सवाल खड़े किए। तो दूसरी पार्टी के बचाव में कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी (Adhir Ranjan Chowdhury) मैदान में उतरे। उन्होंने आनंद शर्मा पर पलटवार करते हुए भाजपा को खुश करने वाला बयान देने का आरोप लगाया है और आनंद शर्मा पर जमकर निशाना है। इसी बीच बंगाल में गठबंधन को लेकर कांग्रेस पार्टी में मचे घमासान के बीच भाजपा ने हमला बोला है।
भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि, जो कांग्रेस अपने को सेक्युलर बताती है, वही कांग्रेस बंगाल में ISF के साथ गठबंधन करती है। केरल में मुस्लिम लीग के साथ गठबंधन करती है, जमात-ए-इस्लामी के फ्रंट ऑर्गनाइजेशन के साथ गठबंधन करती है। असम में बदरुद्दीन अजमल की पार्टी के साथ गठबंधन करती है।
इस दौरान संबित पात्रा ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर भी हमला बोला। उन्होंने कहा कि एक बार राहुल गांधी ने कहा था कि हां हम मुसलमानों की पार्टी हैं, इस खबर को एक बड़े समाचार पत्र ने छापा भी था। लेकिन ये मुसलमानों की पार्टी भी नहीं है, ये केवल घरवालों की पार्टी है। उन्होंने कहा कि आज कांग्रेस अपनी प्रसांगिकता को बनाएं रखने के लिए गठबंधन पर निर्भर है। ठीक ऐसी ही एक गठबंधन की प्रक्रिया राहुल गांधी जी और उनकी कांग्रेस पार्टी बंगाल में कर रहे हैं। पात्रा ने कहा कि कांग्रेस ने जितने भी गठबंधन किये हैं वो किसी अच्छे परफॉर्मेंस, अच्छे रिफॉर्म्स या अच्छी गवर्नेंस के लिए नहीं किए हैं। ये गठबंधन केवल इसलिए किये कि किसी प्रकार गांधी परिवार अपनी राजनीतिक प्रासंगिकता बनाएं रखें।