नई दिल्ली। उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव से पहले सियासी भूचाल आ गया है, यहां बीजेपी ने अपने कैबिनेट मंत्री डॉ हरक सिंह रावत को मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया, इसके साथ उन्हें पार्टी से भी छह साल के लिए निष्कासित कर दिया गया। बीजेपी ने बर्खास्तगी की वजह हरक सिंह रावत के परिवारवाद को बताया। वहीं उत्तराखंड में भाजपा के बर्खास्त मंत्री हरक सिंह रावत के पार्टी में शामिल होने के मुद्दे पर कांग्रेस नेताओं के चुप्पी साधे रहने पर रावत अब खुद खुलकर सामने आ गए हैं। उन्होंने कहा कि वह कांग्रेस के लिए काम करेंगे और पार्टी के साथ बातचीत जारी है। वह दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं। उन्होंने सोमवार को मीडिया से बात करते हुए कहा, “हवा कांग्रेस के पक्ष में चल रही है और मैं सत्ता में आने वाली पार्टी के लिए काम करूंगा।” उन्होंने कहा कि कुछ दिनों में स्थिति स्पष्ट हो जाएगी क्योंकि नामांकन की आखिरी तारीख नजदीक है। पार्टी के धुरंधर रावत 2017 में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए थे। उनका कहना है कि उस समय परिस्थितियां अलग थीं और वह पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को अपना बड़ा भाई मानते हैं। लेकिन यह पूर्व सीएम हैं, जिन्होंने पिछले कई महीनों से पार्टी में उनका प्रवेश रोक दिया था। सूत्रों ने कहा, क्योंकि हरीश रावत हरक सिंह के नेतृत्व वाले झुंड के विद्रोह को नहीं भूले हैं। वहीं, दूसरी तरफ अपनी बर्खास्त किए जाने के बाद हरक सिंह रावत भावुक नज़र आए और उन्होंने इसे अपने खिलाफ साज़िश करार देते हुए कांग्रेस में शामिल होने का फैसला किया।
#WATCH | Former Uttarakhand BJP Minister Harak Singh Rawat breaks down after speaking about his expulsion from the Uttarakhand BJP Cabinet https://t.co/7xjIENtki6 pic.twitter.com/L8rEADPsBs
— ANI (@ANI) January 17, 2022
बता दें कि हरक सिंह रावत को रविवार को पुष्कर सिंह धामी सरकार से हटा दिया गया। रावत को अनुशासनहीनता के आरोप में छह साल के लिए भाजपा से निष्कासित भी किया गया। भाजपा सूत्रों ने बताया कि रावत विधानसभा चुनाव में अपनी पत्नी सहित अपने परिवार के तीन सदस्यों के लिए टिकट मांग रहे थे और पार्टी पर दबाव बनाने के मकसद से ही बीते कुछ समय से कांग्रेस के साथ उनकी नज़दीकियां बढ़ती हुई देखी गईं। बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं ने रावत को मनाने की कोशिशें की लेकिन जब वो अड़े रहे तो तो उन्हें कैबिनेट से बर्खास्त करने के साथ ही पार्टी से भी निष्कासित करने का सख्त फैसला लिया गया।बर्खास्तगी के बाद सीएम पुष्कर सिंह धामी की प्रतिक्रिया सामने आई है।
#WATCH | “Uttarakhand BJP Minister Harak Singh Rawat was putting pressure on the party (seeking party tickets) for his family members but we have a different policy, only one member of a family will be given a party ticket for elections,” says Uttarakhand CM Pushkar Singh Dhami pic.twitter.com/AyVpAcSsob
— ANI (@ANI) January 17, 2022
पता चला है कि राष्ट्रीय राजधानी में मौजूद रावत के सोमवार को कांग्रेस में शामिल होने की संभावना है। सूत्रों ने कहा, “रावत कांग्रेस नेतृत्व के संपर्क में हैं और उनके पार्टी में शामिल होने की संभावना है। रावत की बहू भी सोमवार को उनके साथ पार्टी में शामिल हो सकती हैं।”
पिछले महीने रावत ने कैबिनेट की बैठक छोड़ दी थी और अपने इस्तीफे की घोषणा की थी। उन्होंने अपने विधानसभा क्षेत्र कोटद्वार में एक मेडिकल कॉलेज के लिए बजट की मांग करते हुए इस्तीफा देने की धमकी दी थी और कहा था कि मेडिकल कॉलेज के लिए स्वीकृत पांच करोड़ रुपये पर्याप्त नहीं थे।