
कोलकाता। आज टीएमसी की नेता और पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ‘शहीद दिवस’ के मौके पर कोलकाता के ब्रिगेड परेड ग्राउंड पर विशाल रैली करने जा रही हैं। दो साल से कोरोना के कारण ये कार्यक्रम नहीं हो रहा था। ममता की रैली में शामिल होने के लिए लोग दो दिन पहले से ही कोलकाता आने लगे हैं। कल तमाम रास्ते बंद रहेंगे। इस वजह से कई स्कूलों ने छुट्टी का एलान भी किया है। ममता ने रैली से पहले एक संदेश जारी कर लोगों से शांतिपूर्वक तरीके से कार्यक्रम मनाने की अपील की है। उन्होंने सभी राजनीतिक दलों से रैली में आने का आह्वान भी किया है।
शहीद दिवस को ममता बनर्जी हर साल 21 जुलाई को तभी से मनाती आ रही हैं, जब वो युवा कांग्रेस की नेता थीं। दरअसल, 21 जुलाई 1993 को पश्चिम बंगाल की तत्कालीन वाममोर्चा सरकार के खिलाफ ममता के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने तब के राज्य सचिवालय राइटर्स बिल्डिंग को घेरने का एलान किया था। जब ममता और कार्यकर्ता राइटर्स बिल्डिंग की ओर बढ़ रहे थे, तो पुलिस ने रोकने की कोशिश में फायरिंग कर दी थी। इसमें युवा कांग्रेस के 13 कार्यकर्ताओं का निधन हो गया था। कांग्रेस छोड़ने के बाद भी ममता इस दिन हर साल उन कार्यकर्ताओं की याद में शहीद दिवस मनाती हैं।
Mamata Banerjee has announced that 21st Jul public program of her’s is a day of “Jihad” against the BJP. Murderous as it sounds why has WB Govt asked all state hospitals to deploy facilities en-route the venue? Is it a Govt program or TMC’s? Brazen misuse of public health infra. pic.twitter.com/RIHDnObKGL
— Amit Malviya (@amitmalviya) July 14, 2022
उधर, ममता के शहीद दिवस रैली के मौके पर बीजेपी ने हिंसा होने की आशंका जताई है। दरअसल, कुछ दिन पहले ममता ने आसनसोल में एक जनसभा में कहा था कि 21 जुलाई को वो बीजेपी के खिलाफ जिहाद का एलान कर रही हैं। इसी को बीजेपी ने मुद्दा बना लिया है। बीजेपी आईटी सेल के चीफ अमित मालवीय ने बंगाल पुलिस की स्वास्थ्य विभाग की एक कथित चिट्ठी को बीती 14 जुलाई को ट्वीट किया। इस चिट्ठी में अस्पताल में बेड और खून का इंतजाम रखने की बात लिखी हुई है। चिट्ठी की सत्यता का दावा newsroom post नहीं करता। ऐसी ही दो चिट्ठियों को आधार बनाकर बीजेपी, ममता बनर्जी पर हमलावर है।