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Phone ‘hacking’ row: विपक्षी नेताओं को अलर्ट वाले मैसेज से सोरोस के कनेक्शन वाला पोस्ट शेयर कर BJP का राहुल पर निशाना, अमित मालवीय बोले- तभी दौड़कर…

Phone ‘hacking’ row: गौरतलब है कि शिवसेना (UBT) की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी, पवन खेड़ा समेत कई नेताओं ने एप्पल कंपनी की तरह से मिले अलर्ट का स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया एक्स पर साझा किया और मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए फोन टैपिंग का आरोप लगाया था।

नई दिल्ली। मंगलवार को टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा, कांग्रेस सांसद शशि थरूर समेत I.N.D.I.A गठबंधन के कई नेताओं ने केंद्र पर बड़ा आरोप लगाया था कि मोदी सरकार  विरोधी दलों के नेताओं फोन और ईमेल को हैक कर रही है। विपक्षी नेताओं ने एप्पल से मिले अलर्ट के हवाले से यह दावा किया। विपक्षी नेताओं के फोन हैकिंग मामले को लेकर लगातार सियासत देखने को मिल रही है। इसी बीच अब भारतीय जनता पार्टी ने फोन हैकिंग मामले पर बड़ा दावा किया है। भाजपा ने इंडिया गठबंधन के नेताओं को एप्पस से आए अलर्ट मैसेज का कनेक्शन अमेरिकी अरबपति जॉर्ज सोरोस से जोड़ दिया। जॉर्ज सोरोस से फोन हैकिंग का कनेक्शन भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने निकाला है।

अमित मालवीय का बड़ा दावा

दरअसल अमित मालवीय ने The Story Teller नाम के एक यूजर के ट्वीट को रिट्वीट करते हुए लिखा, ” कथित तौर पर विपक्षी नेताओं को Apple से प्राप्त अधिसूचना जॉर्ज सोरोस द्वारा फेडेड ‘Access Now’ से कनेक्शन दिखाता है। इसलिए इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि क्यों राहुल गांधी सब कुछ छोड़कर प्रेस कॉन्फ्रेंस करने के लिए दौड़ पड़े। यहां भयावह साजिश देखें?” बता दें कि जॉर्ज सोरोस प्रधानमंत्री मोदी के बड़े आलोचक माने जाते है। भारत के कई मुद्दों और पीएम मोदी के खिलाफ षडयंत्र रचने में उनका नाम सामने आ चुका है।

जानिए क्या है मामला-

गौरतलब है कि सबसे पहले टीएमसी नेता महुआ मोइत्रा ने दावा किया कि उन्हें एप्पल की तरफ से फोन हैक करने का अलर्ट मैसेज आया है। इसके बाद शिवसेना (UBT) की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी, पवन खेड़ा समेत कई नेताओं ने एप्पल कंपनी की तरह से मिले अलर्ट का स्क्रीनशॉट अपने सोशल मीडिया एक्स पर साझा किया और मोदी सरकार पर फोन टैपिंग का आरोप लगाया।

विपक्ष का आरोप है कि एप्पल ने मंगलवार को देशभर के कई नेताओं को अलर्ट मैसेज भेजा है। जिसमें चेतावनी दी गई है कि उनके आईफोन को स्टेट स्पॉन्सर अटैकर के जरिए निशाना बनाया गया। वहीं एप्पल कंपनी ने बयान जारी कर विपक्ष के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया था।