नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल में मतदान के दौरान हिंसा होना आजकल जैसे आम बात हो गई है। एक बार फिर दो अलग-अलग घटनाओं में हुई हिंसा के बाद सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े होने लगे हैं. आपको बता दें कि आज छठवें चरण के मतदान हो रहे हैं, जिसमें मतदान से पहले पूर्वी मिदनापुर में एक तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता की हत्या कर दी गई थी, जबकि एक कार्यकर्त्ता गंभीर रूप से घायल हो गया था। बताया जा रहा है कि चुनावी रंजिश के चलते एस.के. मोइबुल नाम के TMC कार्यकर्त्ता की हत्या कर दी गई थी। इसको लेकर भी तृणमूल कांग्रेस ने बीजेपी के लोगों पर आरोप लगाए हैं। इस मामले में पश्चिम बंगाल पुलिस ने 5 बीजेपी कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया है।
इसके आलावा दूसरा मामला भी पूर्वी मिदनापुर का ही बताया जा रहा है। मिदनापुर के बक्चा क्षेत्र में शुक्रवार रात को TMC और BJP कार्यकर्ताओं के बीच जोरदार झड़प हुई, इसमें तृणमूल कांग्रेस का एक कार्यकर्ता गंभीर रूप से घायल हो गया। पुलिस में दर्ज शिकायत के अनुसार बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने लोहे की रॉड से जोरदार हमला किया था। इसके बाद लहूलुहान अवस्था में TMC कार्यकर्ता को मैना हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया, इसके बाद उसकी नाजुक हालत को देखते हुए उसको जिला अस्पताल के लिए रेफर किया गया था। जानकारी के अनुसार उसकी परिस्थिति अभी नाजुक बनी हुई है।
22 मई को नंदीग्राम में एक बीजेपी कार्यकर्ता की हत्या कर दी गई थी। इससे पहले पश्चिम बंगाल के नंदीग्राम में भारतीय जनता पार्टी और तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई थी, जिसमें एक महिला बीजेपी कार्यकर्ता की मौत हो गई थी। साथ ही झड़प में सात बीजेपी कार्यकर्ता घायल हो गए। घटना 22 मई को देर रात नंदीग्राम के सोनाचुरा में हुई। आरोप है कि विवाद के दौरान टीएमसी कार्यकर्ताओं ने बीजेपी कार्यकर्ताओं पर धारदार हथियारों से हमला कर दिया। मृतक भाजपा कार्यकर्ता की पहचान रतिबाला आदि के रूप में हुई है।