कोलकाता। पश्चिम बंगाल में हर बार की तरह लगता है इस बार भी चुनाव बाद हिंसा शुरू हो गई है। ताजा जानकारी के मुताबिक पश्चिम बंगाल के नदिया जिले के कालीगंज में बीजेपी के एक कार्यकर्ता की हत्या हुई है।
पश्चिम बंगाल के नदिया में हिंसा, गोली मारकर बीजेपी कार्यकर्ता हफीजुल की हत्या#WestBengal #BJP | @nidhileo pic.twitter.com/bz7GD5Cx5Z
— TV9 Bharatvarsh (@TV9Bharatvarsh) June 2, 2024
जानकारी के मुताबिक मृतक का नाम हफीज-उल-शेख है। हफीज के परिवार के मुताबिक वो हाल ही में बीजेपी में शामिल हुआ था। बताया जा रहा है कि शनिवार को हफीज-उल-शेख कैरम खेल रहा था। तभी आरोपी पहुंचा और उसे पहले गोली मारी और फिर चाकू से ताबड़तोड़ वार किए। इससे हफीज-उल-शेख की मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस के अनुसार आरोपी के बारे में उसे जानकारी मिल गई है। नदिया जिले की पुलिस का ये भी कहना है की हफीज और उसकी हत्या करने वाले दोनों ही आपराधिक मानसिकता के हैं। खबर लिखे जाने तक आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया जा सका था। हफीज-उल-शेख की हत्या के बाद पश्चिम बंगाल में फिर सियासत के गर्माने के आसार हैं।
बता दें कि पश्चिम बंगाल में चुनावों से पहले और बाद में हिंसा की घटनाएं होती रही हैं। इस बार भी लोकसभा चुनाव से पहले और चुनाव के दौरान हिंसा की घटनाएं हुई थीं और कुछ लोगों की जान गई थी। इससे पहले जब पिछली बार पश्चिम बंगाल विधानसभा के चुनाव हुए थे, तब भी जमकर हिंसा हुई थी। हिंसा ऐसी थी कि बंगाल के एक इलाके से लोगों को पलायन कर असम में शरण भी लेनी पड़ी थी। कलकत्ता हाईकोर्ट ने पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के बाद हुई हिंसा के मामले की जांच सीबीआई को सौंपी थी। सीबीआई ने इस मामले में सत्तारूढ़ टीएमसी के कई कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार भी किया था। अब बीजेपी कार्यकर्ता की हत्या के बाद बंगाल में बीजेपी बनाम टीएमसी के बीच फिर आरोप और प्रत्यारोप का दौर चलने की संभावना बन गई है।