
नई दिल्ली। पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शिवराज पाटिल (Former Home Minister Shivraj Patil) ने अपने एक बयान को लेकर विवादों में घिर गए है। बीते दिन एक पुस्तक विमोचन में दिल्ली पहुंचे शिवराज पाटिल ने गीता को लेकर विवादास्पद बयान दे डाला।बता दें कि शिवराज पाटिल ने पुस्तक विमोचन के बाद मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि, महाभारत के अंदर गीता का जो भाग है उसके अंदर श्रीकृष्ण भी अर्जुन को जिहाद की बात कहते है। जिसके बाद भाजपा के साथ-साथ सोशल मीडिया पर लोगों के निशाने पर आ गए। इसी बीच मुंबई भाजपा के उपाध्यक्ष आचार्य पवन त्रिपाठी ने भी कांग्रेस नेता शिवराज पाटिल के बयान को लेकर निशाना साधा है। आचार्य पवन त्रिपाठी ने कहा, शिवराज सिंह बयान हिंदू, हिंदुत्व और हिंदुस्तान का अपमान है। पाटिल का यह बयान कि भगवद्गीता में श्रीकृष्ण अर्जुन से जिहाद की बात करते हैं, कांग्रेस के संस्कारों को प्रदर्शित कर रहा है। यह बयान कांग्रेस के हिंदू विरोधी विचारों से प्रेरित है जो समय-समय पर इनके नेताओं द्वारा बोला जाता रहा है।
उन्होंने कहा कि, भगवान श्रीराम की सेना द्वारा बने रामसेतु को काल्पनिक बताने का दावा कांग्रेस की ओर से ही किया गया था। कांग्रेस ने ही हिंदू आतंकवाद और भगवा आतंकवाद की थ्योरी गढ़ी और कांग्रेस नेता तथा पूर्व मंत्री सलमान खुर्शीद ने तो हिंदुत्व की तुलना आतंकी संगठनों बोको हरम और इस्लामिक स्टेट से कर डाली थी। पाटिल ने यह बयान देकर कांग्रेस की हिंदू विरोधी मानसिकता और परंपरा को पुनः एक बार प्रदर्शित कर दिया है।
आचार्य पवन त्रिपाठी ने कहा कि, भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ‘सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास’ की बात करके देश की एकता व विकास पर कार्य कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर पाटिल जैसे कांग्रेसी नेता ओछे बयान देकर अपना कुसंस्कार प्रदर्शित कर रहे हैं। पाटिल का बयान दुर्भाग्यपूर्ण है और अक्षम्य है। यह हिंदुओं का अपमान है। पाटिल को पूरे हिंदू समाज से माफी मांगनी चाहिए। हिंदू, हिंदुत्व और हिंदुस्तान का अपमान देश नहीं सहेगा।