
नई दिल्ली। यौन शोषण के आरोपों में घिरे कैसरगंज से बीजेप सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने आज प्रेस कांफ्रेंस किया और अपने ऊपर लगे यौन शोषण के आरोपों पर कहा कि पुलिस मामले की जांच करें। अगर मेरे ऊपर लगाए गए आरोपों में बिल्कुल भी सत्यता पाई जाती है, तो मुझे फांसी की सजा दे। मुझे कोई आपत्ति नहीं है। बृजभूषण ने प्रेसवार्ता में कहा कि मेरा आप सभी लोगों से आग्रह है कि पुलिस की जांच संपन्न होने का इंतजार करें। पुलिस जांच संपन्न होने के बाद न्यायालय की ओर से मुझे जो भी सजा दी जाएगी, उसे मुझे स्वीकार करने में कोई आपत्ति नहीं है। बृजभूषण ने कहा कि अगर मेरे ऊपर लगाए गए एक भी आरोप सही साबित हुए, तो मैं फांसी पर लटक जाऊंगा। मुझे इससे कोई आपत्ति नहीं है। इस बीच बृजभूषण ने प्रेसवार्ता में पूछे गए किसी भी सवाल का जवाब देने से साफ इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि मुझे इस बात से कोई लेना-देना नहीं है कि कौन मेरे बारे में क्या कह रहा है। मैं अपनी बात पर कायम हूं। इस बीच उनसे राहुल गांधी के संदर्भ में भी सवाल किया गया कि बीजेपी द्वारा संवैधानिक संस्थाओं का गलत इस्तेमाल किया जा रहा है, तो इस पर उन्होंने कहा कि राहुल गांधी का मुझसे क्या लेना देना है।
#WATCH | Former WFI chief and BJP MP Brij Bhushan Sharan Singh says, “…First they (protesting wrestlers) had some other demand & later they demanded something else. They are changing their demands and language continuously. I had said that if even one case against me gets… pic.twitter.com/oKR1KtUQYx
— ANI (@ANI) June 1, 2023
बता दें कि पिछले एक माह से भी अधिक समय से महिला पहलवान दिल्ली के जंतर-मंतर पर भारतीय कुश्ती महासंघ के प्रमुख बृजभूषण शरण की सिंह की गिरफ्तारी की मांग को लेकर धरनारत हैं, लेकिन अभी तक उन्हें गिरफ्तार नहीं किया गया है। वहीं, पहलवानों ने भी स्पष्ट कर दिया है कि जब तक बृजभूषण को गिरफ्तार नहीं कर लिया जाता है, तब तक उनका यह धरना जारी रहेगा। इससे पहले पहलवानों ने नई संसद भवन के पास धरना देने का ऐलान किया था, लेकिन पुलिस ने उन्हें वहां जाने की इजाजत नहीं दी। इसी बीच कई पहलवानों के साथ पुलिस ने बदसलूकी की थी और उन्हें हिरासत में भी लिया था। जिससे खफा होकर पहलवानों ने अपने मेडल गंगा में विसर्जित करने का ऐलान किया था। लेकिन, बाद में भारतीय किसान यूनियन के नेता नरेश टिकैत के समझाने पर पहलवानों ने मेडल में गंगा में विसर्जित करने का मन बदल दिया। इसके साथ ही पहलवानों ने सरकार को पांच दिनों का अल्टीमेटम दिया है और मांग की है कि इन पांचों दिनों के अंदर बृजभूषण को गिरफ्तार किया जाए, नहीं तो आगामी दिनों में आंदोलन को व्यापक रूप दिया जाएगा। उधर, अब पहलवानों को किसानों का भी साथ मिल चुका है। अब आगामी दिनों में बृजभूषण के खिलाफ क्या कुछ कार्रवाई की जाती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।
इससे पहले बृजभूषण ने फेसबुक पर पोस्ट लिखकर पॉलीग्राफ टेस्ट, नार्को टेस्ट और लाइव डिडेक्टर टेस्ट कराने की बात कही थी, लेकिन शर्त भी रखी थी कि उनके साथ उन सभी महिला पहलवानों को भी अपना टेस्ट कराना होगा, जो कि उन पर यौन शोषण के आरोप लगा रहे हैं। बृजभूषण के इस पोस्ट के बाद बजरंग पुनिया ने बयान जारी कहा था कि हम अपना सभी टेस्ट कारने के लिए तैयार हैं। ध्यान रहे कि इससे पहले खेल मंत्रालय की ओर से मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति का गठन किया गया था, लेकिन समिति ने कोई जांच नहीं की। वहीं, पहलवानों का धरना जारी है। अब ऐसे में यह पूरा माजरा आगामी दिनों में क्या रुख अख्तियार करता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।