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Brijbhushan Sharan Singh: यौन शोषण पर ये तीखा सवाल सुनकर तिलमिलाए बृजभूषण शरण सिंह, महिला पत्रकार से की बदतमीजी

इसके बाद महिला पत्रकार ने प्रियंका गांधी का हवाला देकर पूछा कि प्रियंका गांधी पूछ रही है कि आपको पार्टी निष्काषित क्यों नहीं कर रही है। लेकिन, बृजभूषण ने इसका भी जवाब नहीं दिया। इसके बाद जब बृजभूषण से इस्तीफे को लेकर सवाल किया गया, तो महिला पत्रकार पर ही तिलमिला गए, जिसे अब अभद्र रवैये के रूप में रेखांकित किया जा रहा है।

नई दिल्ली। ‘एक तो चोरी और ऊपर से सीना जोरी’….यह कहावत यौन शोषण के आरोपों में घिरे बृजभूषण शरण सिंह पर बिल्कुल सटीक बैठ रही है। जिस बृजभूषण के खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए थी, आप उस बृजभूषण के बुलंद हौसलों का अंदाजा महज इसी से लगा सकते हैं कि उन्होंने महिला पत्रकार से भी अभद्र व्यवहार करने से भी गुरेज नहीं किया। दरअसल, हुआ यूं कि बृजभूषण शरण सिंह दिल्ली एयरपोर्ट से आ रहे थे, तभी एक निजी न्यूज चैनल की महिला पत्रकार द्वारा उनसे यौन शोषण के आरोपों को लेकर कुछ तीखे सवाल किए गए, जिसे सुनने के बाद बृजभूषण कुछ इस तरह तिलमिला गए कि उन्होंने यहां तक कह दिया कि मैं आज आपको कोई मसाला नहीं देने वाला हूं। इसके बाद उनसे पुलिस द्वारा दाखिल की गई चार्जशीट को लेकर सवाल किया गया तो इस पर उन्होंने दो टूक कह दिया कि मेरे पास आपको कहने के लिए कुछ भी नहीं है।

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इसके बाद महिला पत्रकार ने प्रियंका गांधी का हवाला देकर पूछा कि प्रियंका गांधी पूछ रही है कि आपको पार्टी निष्काषित क्यों नहीं कर रही है। लेकिन, बृजभूषण ने इसका भी कोई जवाब नहीं दिया। इसके बाद जब बृजभूषण से इस्तीफे को लेकर सवाल किया गया, तो वो महिला पत्रकार पर ही तिलमिला गए, जिसे अब अभद्र रवैये के रूप में रेखांकित किया जा रहा है। बृजभूषण के इस रवैये का महिला पत्रकार ने विरोध किया। महिला पत्रकार यहीं नहीं रूकीं और उन्होंने अपने तीखे सवालों की धार जारी रखी, जिससे तिलमिलाए बृजभूषण शरण सिंह फौरन वहां से रवाना हो गए। इस प्रकरण का वीडियो भी सामने आया है, जिसका व्यापक स्तर पर विरोध किया जा रहा है।

बता दें कि बृजभूषण शरण सिंह पर महिला पहलवानों ने यौन शोषण का आरोप लगाया है। बीते एक महीने तक पहलवानों ने बृजभूषण के खिलाफ गिरफ्तारी की मांग को लेकर आंदोलन भी किया, लेकिन अभी तक उन्हें गिरफ्तार नहीं किया गया है। यही नहीं, बीते दिनों खेल मंत्रालय ने भी मामले को संज्ञान में लेने के बाद तीन सदस्यीय समिति का गठन किया था, जिसे बाकायदा जांच के लिए तीन माह का समय दिया गया था, लेकिन अफसोस तीन माह का समय संपन्न होने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई। जिस पर पहलवानों ने नाराजगी भी जाहिर की थी। बहरहाल, अभी इस पूरे मसले को लेकर जांच जारी है। अब यह पूरा माजरा आगामी दिनों में क्या रुख अख्तियार करता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।