
लखनऊ। अगले साल फरवरी-मार्च में यूपी विधानसभा के चुनाव होने हैं। इसके लिए सभी पार्टियां मैदान में उतर चुकी हैं। इनमें मायावती की बीएसपी भी है, लेकिन इस पार्टी के महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा आजकल बौखलाए हुए दिख रहे हैं। इसी बौखलाहट में अब उन्होंने अयोध्या के राम मंदिर के शिलान्यास पर सवाल खड़ा किया है। सतीश मिश्रा का कहना है कि मंदिर के लिए शिलान्यास हुआ ही नहीं। एक टीवी चैनल के प्रोग्राम में सतीश चंद्र मिश्रा ने कहा कि अयोध्या में मंदिर की जगह को सिर्फ समतल किया गया है। पिछले साल यहां सिर्फ ईंट रखी गई थी। उसे भूमि पूजन का नाम दे दिया गया। ब्राह्मणों और संतों ने उस दिन को शुभ नहीं बताया था, लेकिन फिर भी उस दिन ईंट पूजा कर दी गई। डेढ़ साल हो गए, लेकिन अब तक नींव भी नहीं पड़ी।
बीएसपी महासचिव ने कहा कि अयोध्या में विकास भी नहीं हुआ है। शहर के अंदर चलना मुश्किल है। मंदिर के लिए 1993 से चंदा लिया गया, उसके हिसाब का पता नहीं। दोबारा फिर मंदिर बनाने के लिए 10000 करोड़ इकट्ठा किए गए हैं। उन्होंने ये भी कहा कि जब मैं रामलला के दर्शन करने गया, तो सवाल उठाए गए। क्या बीजेपी ही भगवान राम की ठेकेदार है। सतीश मिश्रा ने फिर ब्राह्मण कार्ड खेला और आरोप लगाया कि यूपी की सरकार के दौर में ब्राह्मणों की या तो हत्या हुई है या उन्हें एनकाउंटर में मारा गया है।
बता दें कि बीएसपी इस बार यूपी के तमाम जिलों में ब्राह्मण सम्मेलन कर रही है। पार्टी को लगता है कि 12 फीसदी ब्राह्मणों को रिझाकर वह 2007 की तरह यूपी में फिर सत्ता पर काबिज हो सकती है।