
नई दिल्ली। नीट यूजी परीक्षा प्रश्नपत्र लीक मामले में सीबीआई ने बिहार से दो और लोगों को गिरफ्तार किया है। नालंदा और गया से गिरफ्तार किए गए सन्नी कुमार और रंजीत पर पेपर लीक करवाने में शामिल होने का आरोप है। सन्नी ने खुद भी नीट का पेपर दिया था जबकि रंजीत एक अन्य परीक्षार्थी का पिता है। इन दोनों को मिलाकर सीबीआई अब तक इस मामले में देश के अलग-अलग हिस्सों से 11 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। इससे पहले सीबीआई ने पेपर लीक मामले में बिहार से ही 6 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है जबकि महाराष्ट्र के लातूर, गुजरात के गोधरा और उत्तराखंड के देहरादून से 1-1 आरोपी को गिरफ्तार किया है।
दूसरी तरफ सुप्रीम कोर्ट में भी पेपर लीक और इससे जुड़े भ्रष्टाचार को लेकर 38 याचिकाओं पर सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई थी। सुनवाई के दौरान सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ की अगुवाई वाली न्यायाधीश जेबी पारदीवाला और जस्टिस मनोज मिश्रा की बेंच ने कहा कि एक बात तो साफ है कि प्रश्नपत्र लीक हुआ है। सवाल यह है कि इसकी पहुंच कितनी व्यापक है? इसी आधार पर हम परीक्षा को रद्द करने संबंधी आदेश दे सकते हैं। सुप्रीम कोर्ट ने एनटीए से उन उम्मीदवारों की पहचान करने को कहा जिन्हें नीट-यूजी पेपर लीक से फायदा हुआ।
सुप्रीम कोर्ट ने एनटीए से उन परीक्षा केंद्रों और शहरों की पहचान करने को भी कहा जहां पेपर लीक हुआ था। केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में दाखिल अपने हलफनामे में परीक्षा को रद्द न करने की सिफारिश की थी। केंद्र ने कहा था कि मामले की जांच सीबीआई द्वारा की जा रही है। ऐसे में जब तक इस बात के पुख्ता सबूत न हों कि परीक्षा का प्रश्न पत्र देश भर में लीक हुआ तब तक पूरी परीक्षा को रद्द किया जाना उचित नहीं होगा। इससे उन अभ्यर्थियों के साथ अन्याय होगा जिन्होंने मेहनत करके परीक्षा में सफलता अर्जित की।