Balasore Train Accident: बालासोर ट्रेन हादसे की सीबीआई जांच शुरू, गृह मंत्रालय के अफसर भी मौके पर पहुंचे
बालासोर जिले के बहानागा बाजार स्टेशन से कोरोमंडल एक्सप्रेस गुजर रही थी। ट्रेन कोलकाता के शालीमार से चेन्नई जा रही थी। कोरोमंडल एक्सप्रेस को अप मेन लाइन का सिग्नल मिला था। वहीं, ट्रेन लूप लाइन की तरफ चली गई। जहां खड़ी मालगाड़ी से कोरोमंडल एक्सप्रेस टकरा गई थी।
बालासोर। ओडिशा के बालासोर में हुए ट्रेन हादसे की सीबीआई जांच शुरू हो गई है। ये भीषण ट्रेन हादसा बीते शुक्रवार को बहानागा बाजार रेलवे स्टेशन पर हुआ था। हादसे में 270 के करीब यात्रियों की जान गई थी। जबकि, 1000 के करीब यात्री घायल हुए थे। सीबीआई जांच के अलावा ये खबर भी आ रही है कि केंद्रीय गृह मंत्रालय के कुछ अफसर भी ट्रेन हादसे के बाद जायजा लेने बहानागा बाजार स्टेशन पहुंचे हैं। माना जा रहा है कि इस मामले में वस्तुस्थिति की हकीकत जानने के लिए गृह मंत्रालय की तरफ से इन अफसरों को भेजा गया है।
#WATCH | Forensic and CBI team is here. They are collecting the evidence and doing their investigation. Railway is providing assistance to them. All angles will be probed by CBI during the probe: Aditya Kumar Chaudhary, CPRO, South Eastern Railway on #BalasoreTrainTragedy pic.twitter.com/zomiog55Sq
— ANI (@ANI) June 6, 2023
कुल मिलाकर बालासोर ट्रेन हादसे की गंभीरता से जांच हो रही है। इससे पहले एबीपी न्यूज ने अफसरों के हवाले से बताया था कि ट्रेन हादसे में इंटरलॉकिंग से छेड़छाड़ किए जाने के सबूत प्रारंभिक जांच में मिले हैं। जिसके बाद ही रेलवे बोर्ड ने इस मामले की सीबीआई से जांच कराने की सिफारिश की। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने भी बीते दिनों कहा था कि इंटरलॉकिंग से छेड़छाड़ हुई है। उन्होंने ये भी कहा था कि दोषी लोगों की पहचान भी कर ली गई है। रेलवे पुलिस ने बालासोर ट्रेन हादसे के मामले में एफआईआर दर्ज की है। कुल मिलाकर जांच में तेजी लाई गई है।
बालासोर जिले के बहानागा बाजार स्टेशन से कोरोमंडल एक्सप्रेस गुजर रही थी। ट्रेन कोलकाता के शालीमार से चेन्नई जा रही थी। कोरोमंडल एक्सप्रेस को अप मेन लाइन का सिग्नल मिला था। वहीं, ट्रेन लूप लाइन की तरफ चली गई। जहां खड़ी मालगाड़ी से कोरोमंडल एक्सप्रेस टकरा गई थी। हादसे की चपेट में डाउन मेन लाइन पर हावड़ा जा रही यशवंतपुर एक्सप्रेस भी आ गई। उसके भी आखिरी के तीन कोच पलट गए थे। मोदी सरकार के बीते 9 साल के कार्यकाल में ये सबसे बड़ा ट्रेन हादसा है। विपक्ष इस मामले में हमलावर है और रेल मंत्री का इस्तीफा मांग रहा है।