नई दिल्ली। दिल्ली में जासूसी को लेकर आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के बीच जुबानी जंग छिड़ गई है। दिल्ली में केजरीवाल सरकार पर भाजपा नेताओं की जासूसी के आरोप लगे हैं। टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट में दावा किया है कि 2015 में आम आदमी सरकार ने नेताओं और अफसरों की जासूसी कराई थी। इसके लिए एक फीडबैक यूनिट बनाई गई थी। मीडिया खबरों के अनुसार, CBI ने उप-राज्यपाल वीके सक्सेना से आगे की जांच के लिए इजाजत मांगी है और LG ने यह मामला अब राष्ट्रपति को ट्रांसफर कर दिया है।
आपको बता दें कि इस बारे में भाजपा नेता मनोज तिवारी ने ट्वीट कर कहा कि छिपकर बातें सुन रही है AAP, दिल्ली की फीडबैक यूनिट जासूसी कर रही है। उन्होंने कहा कि आप के नेता दिल्ली के लिए काम नहीं, दिल्ली के टैक्सपेयर्स के पैसे से अवैध तरीके से जासूसी करते हैं।गौरतलब है कि वह इससे पहले 12 जनवरी 2023 को सीएम अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा था कि 164 करोड़ रुपए के रिकवरी नोटिस जारी होने पर कहा था कि नादिर शाह के बाद आम आदमी पार्टी (आप) अपने भ्रम जाल से दिल्ली को लूट रही है। 164 करोड़ रुपए की रिकवरी आई तो मनीष सिसोदिया छटपटा गए हैं। वो बौखला गए हैं कि अब कह रहे हैं कि जांच एजेंसियों ने अधिकारी पर दबाव डालकर साइन करवा लिए। हकीकत यह है कि आज भी उसी अराजकता का परिचय केजरीवाल दे रहे हैं जो सीएम बनने के समय पर दिखाया था।
छिपकर बातें सुन रही है AAP, दिल्ली की फीडबैक यूनिट जासूसी कर रही है..
दिल्ली के लिए काम नहीं दिल्ली के टैक्सपेयर्स के पैसे से अवैध तरीके से जासूसी करते है aap के नेता ? pic.twitter.com/RFaiVkogYk— Manoj Tiwari ?? (@ManojTiwariMP) February 8, 2023
प्राप्त जानकारी के अनुसार CBI की जांच में इस बात का पता चला है कि अरविंद केजरीवाल सरकार ने भारतीय जनता पार्टी के नेताओं की जासूसी कराई थी। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक 2015 में आम आदमी सरकार ने नेताओं और अफसरों की जासूसी कराई थी। इसके लिए एक फीडबैक यूनिट भी बनाई गई थी। सीबीआई ने अपनी जांच में इस आरोप को जायज ठहराया है।