नई दिल्ली। कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल डा. संदीप घोष को 8 दिन की सीबीआई रिमांड में भेज दिया गया है। संदीप के साथ ही गिरफ्तार किए गए अफसर अली, बिप्लव सिंघा और सुमन हजारा को भी अदालत ने 8 दिन के लिए सीबीआई हिरासत में भेजने का आदेश दिया। अब इन सभी आरोपियों की 10 सितम्बर को पेशी होगी। डा. संदीप घोष को मेडिकल कॉलेज और हास्पिटल से जुड़े वित्तीय अनियमितता के मामले में गिरफ्तार किया गया है। तीन अन्य लोग जो डा. संदीप के सहायक थे उन पर भी इसी मामले में कार्रवाई की गई है।
#WATCH | RG Kar Medical College and Hospital financial irregularities case: RG Kar Medical College and Hospital’s former principal Sandip Ghosh and 3 others brought back to CBI Crime Branch office from Alipore Judges Court in Kolkata.
The Court granted 8-day Police custody of… pic.twitter.com/Q8gl0Lw2vN
— NewsMobile (@NewsMobileIndia) September 3, 2024
आपको बता दें मेडिकल कॉलेज में डाक्टर की रेप और हत्या मामले को दबाने के मामले में भी डा. घोष सीबीआई के रडार पर हैं। सीबीआई डा. घोष से इस मामले में पहले ही कई बार पूछताछ कर चुकी है। इतना ही नहीं अदालत के आदेश के बाद सीबीआई ने डा. घोष का पॉलीग्राफी टेस्ट भी कराया है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के द्वारा भी डा. संदीप घोष पर बड़ी कार्रवाई करते हुए उनकी सदस्यता को निलंबित किया जा चुका। डा. संदीप आईएमए की कोलकाता शाखा के वाइस प्रेसिडेंट थे।
इससे पहले आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व उपाधीक्षक अख्तर अली ने डा. घोष पर कई गंभीर आरोप लगाए थे। अली ने दावा किया था कि डा. घोष लावारिस लाशों को बेचने वाले रैकेट से जुड़े हुए थे। आरजी कर मेडिकल कॉलेज में जो भी काम होता था चाहे वो पोस्टिंग हो, ट्रांसफर हो, हॉस्टल एलाटमेंट हो डा. संदीप घोष हर चीज में पैसा खाते थे। टेंडर ऑर्डर के नाम पर 20 प्रतिशत कमीशन लेते थे। अली ने घोष पर बांग्लादेश में बायोमेडिकल अपशिष्ट और मेडिकल उपकरणों की तस्करी रैकेट में भी शामिल होने का आरोप भी लगाया था। इन आरोपों के बाद डा. घोष के खिलाफ वित्तीय अनियमितता का केस दर्ज हो गया था।