newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

CBI Raids: जाली दस्तावेज से पासपोर्ट हासिल करने के केस में सीबीआई का बड़ा एक्शन, बंगाल और सिक्किम में 50 जगह ताबड़तोड़ छापेमारी

सीबीआई के सूत्रों के मुताबिक जांच एजेंसी को मुखबिरों के जरिए खबर मिली थी कि एक व्यक्ति कुछ सरकारी अफसरों के साथ मिलकर जाली दस्तावेजों के जरिए लोगों को पासपोर्ट दिलाता है। सूत्रों ने बताया है कि जिन सरकारी अफसरों का नाम आरोपियों की सूची में है, उनके पास से उसे सबूतों वाले दस्तावेज मिले हैं।

कोलकाता। सीबीआई ने जाली दस्तावेज से पासपोर्ट लेने के मामले में बड़ी कार्रवाई की है। सीबीआई ने जाली दस्तावेजों पर लिए गए पासपोर्ट केस में पश्चिम बंगाल और सिक्किम में कुल 50 जगह छापे मारे हैं। बताया जा रहा है कि सिलीगुड़ी के पासपोर्ट सेवा केंद्र के वरिष्ठ अधीक्षक और एक दलाल को सीबीआई ने पकड़ा है। सीबीआई के मुताबिक गैर भारतीय नागरिकों समेत अयोग्य लोगों को रिश्वत लेकर जाली दस्तावेज के जरिए पासपोर्ट जारी किए गए थे। सीबीआई ने जो केस पासपोर्ट मामले में दर्ज किया, उसमें विभाग के 16 अफसरों समेत 24 आरोपी हैं। सीबीआई के आज के छापेमारी का एक्शन कोलकाता, सिलीगुड़ी, गंगटोक वगैरा में देखा जा रहा है। खबर लिखे जाने तक सीबीआई की छापेमारी जारी थी। इस मामले में अब जांच एजेंसी कई और लोगों को भी गिरफ्तार कर सकती है।

cbi

सीबीआई के सूत्रों के मुताबिक जांच एजेंसी को मुखबिरों के जरिए खबर मिली थी कि एक व्यक्ति कुछ सरकारी अफसरों के साथ मिलकर जाली दस्तावेजों के जरिए लोगों को पासपोर्ट दिलाता है। सूत्रों ने बताया है कि जिन सरकारी अफसरों का नाम आरोपियों की सूची में है, उनके पास से उसे सबूतों वाले दस्तावेज मिले हैं। उन्हीं दस्तावेजों के आधार पर शुक्रवार शाम से ही सीबीआई ने बंगाल और सिक्किम में बड़े पैमाने पर छापेमारी शुरू की थी। बंगाल में सीबीआई पहले भी कई और मामलों की छानबीन कर रही है।

cbi

सीबीआई को शिक्षक भर्ती घोटाले समेत कई मामलों की जांच का जिम्मा कलकत्ता हाईकोर्ट ने दे रखा है। सीबीआई ने इस मामले में तमाम आरोपियों की गिरफ्तारी की है। इनमें पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ टीएमसी के बड़े नेता भी हैं। पिछले दिनों ही सीबीआई ने टीएमसी के दो नेताओं के यहां छापा मारा था। इनमें से एक कोलकाता के मेयर और ममता सरकार में मंत्री फिरहाद हकीम और दूसरे टीएमसी के विधायक और पूर्व मंत्री मदन मित्रा थे। दोनों ही सीएम ममता बनर्जी के करीबी बताए जाते हैं।