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Shahjahan Sheikh: संदेशखाली के आरोपी शाहजहां शेख के बाद अब उसके करीबियों की बढ़ती दिख रही मुश्किल, सीबीआई ने 9 लोगों को किया तलब

Shahjahan Sheikh: शाहजहां शेख को कोर्ट ने 14 मार्च तक सीबीआई की रिमांड पर भेजा है। शाहजहां शेख को पश्चिम बंगाल पुलिस ने 29 फरवरी को तब गिरफ्तार करने में सफलता पाई थी, जब कलकत्ता हाईकोर्ट ने पुलिस और राज्य सरकार को जमकर फटकारा था।

कोलकाता। प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी के अफसरों पर जानलेवा हमला कराने के मुख्य आरोपी और टीएमसी से निलंबित नेता शाहजहां शेख से सीबीआई की पूछताछ जारी है। इस बीच, जांच एजेंसी ने शाहजहां शेख के 9 करीबियों को समन भेजकर पूछताछ के लिए तलब किया है। कोलकाता के निजाम पैलेस में सीबीआई का दफ्तर है। शाहजहां शेख के इन 9 करीबियों को निजाम पैलेस ही तलब किया गया है। सूत्रों के मुताबिक सीबीआई को शक है कि 5 जनवरी को संदेशखाली में ईडी के अफसरों पर हुए हमले में शाहजहां के ये 9 करीबी लोग भी शामिल थे।

ईडी के अफसरों पर 200 से ज्यादा लोगों की भीड़ ने हमला किया था। इसमें ईडी के 3 अफसर गंभीर रूप से घायल हुए थे। संदेशखाली में जब शाहजहां शेख के गुर्गों ने ईडी टीम पर हमला किया, तो उनकी संख्या ज्यादा होने के कारण जांच एजेंसी के साथ गए केंद्रीय बलों के जवान भी कोई कार्रवाई नहीं कर सके थे। बाद में घायल ईडी अफसरों को कोलकाता के एक हॉस्पिटल में दाखिल कराया गया था। जांच एजेंसी को शक है कि शाहजहां शेख के इन करीबियों ने ही ईडी की टीम पर हमला करने के लिए लोगों को उकसाया था।

शाहजहां शेख को कोर्ट ने 14 मार्च तक सीबीआई की रिमांड पर भेजा है। शाहजहां शेख को पश्चिम बंगाल पुलिस ने 29 फरवरी को तब गिरफ्तार करने में सफलता पाई थी, जब कलकत्ता हाईकोर्ट ने पुलिस और राज्य सरकार को जमकर फटकारा था। कलकत्ता हाईकोर्ट की तरफ से शाहजहां शेख को सीबीआई की कस्टडी में देने का भी आदेश दिया गया था, लेकिन इस आदेश के खिलाफ पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी की सरकार सुप्रीम कोर्ट चली गई थी। हालांकि सुप्रीम कोर्ट से उसे राहत नहीं मिली थी और इस वजह से शाहजहां शेख को उसे सीबीआई को सौंपना पड़ा था। शाहजहां शेख पर संदेशखाली की महिलाओं से रेप और यौन उत्पीड़न के भी आरोप हैं। इन आरोपों की जांच बंगाल पुलिस अभी कर रही है। शाहजहां शेख जब ईडी अफसरों पर हमले के बाद फरार हो गया था, तब संदेशखाली की महिलाओं ने उसके अत्याचारों की कहानी जगजाहिर की थी। इस मुद्दे पर बंगाल में सियासत भी गरमाई हुई है।