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WB: बंगाल चुनाव के बाद हुई हिंसा में सीबीआई का बड़ा एक्शन, भाजपा कार्यकर्ता की हत्या को लेकर हुई पहली गिरफ्तारी

West Bengal: बता दें कि पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद हुई हिंसा के सिलसिले में यह पहली गिरफ्तारी है। साथ ही, एजेंसी ने 10 और प्राथमिकी दर्ज की हैं, ऐसे में अब कुल प्राथमिकी 21 हो गई है।

नई दिल्ली। कलकत्ता हाईकोर्ट द्वारा पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद की हिंसा में दुष्कर्म और हत्या जैसे गंभीर अपराधों की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) को सौंपे जाने के बाद अब केंद्रीय जांच एजेंसी ने इस मामले में सक्रियता दिखानी शुरू कर दी है। बता दें कि सीबीआई ने इस हिंसा में भाजपा कार्यकर्ता धर्म मंडल(Dharma Mondal) की हत्या के मामले में दो व्यक्तियों, बिजॉय घोष और आशिमा घोष को गिरफ्तार किया है। बता दें कि पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद हुई हिंसा के सिलसिले में यह पहली गिरफ्तारी है। साथ ही, एजेंसी ने 10 और प्राथमिकी दर्ज की हैं, ऐसे में अब कुल प्राथमिकी 21 हो गई है। बता दें कि आरोप के मुताबिक पश्चिम बंगाल के नदिया में 14 मई को टीएमसी के लोगों ने बीजेपी कार्यकर्ता धर्म मंडल की हत्या कर दी थी। बता दें कि पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी और उनके भतीजे चुनाव बाद से ही चर्चा का केंद्र बने हुए हैं। चुनावी हिंसा के अलावा उनपर अब ED की कार्रवाई जारी है। गौरतलब है कि कोयला घोटाला मामले में ईडी ने अभिषेक बनर्जी, उनकी पत्नी को तलब किया है।

Bengal violence pic

अभिषेक बनर्जी और उनकी पत्नी को ईडी ने किया तलब

बता दें कि सीबीआई के बाद पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी के सांसद भतीजे अभिषेक बनर्जी और उनकी पत्नी रुजिरा बनर्जी पर प्रवर्तन निदेशालय ED ने भी शिकंजा कस दिया है। अभिषेक और रुजिरा पर कोयला घोटाले में शामिल होने का आरोप है। ईडी की टीम आज अभिषेक बनर्जी के घर पहुंची और वहां रुजिरा से पूछताछ की। इससे पहले खबर आई थी कि ईडी ने पूछताछ के लिए रुजिरा को 1 सितंबर और अभिषेक को 6 सितंबर को तलब किया है। अभिषेक और रुजिरा के अलावा संजय बसु को 3 सितंबर, मेदिनीपुर के डीआईजी रेंज श्याम सिंह को 8 सितंबर और पश्चिम बंगाल सीआईडी के एडीजी ज्ञानवंत सिंह को 9 सितंबर को पूछताछ के लिए बुलाया गया है। ममता बनर्जी और अभिषेक इस मामले को राजनीतिक बताकर खुद को निर्दोष करार दे चुके हैं।

Abhieshk Banerjee

वहीं पश्चिम बंगाल की ममता सरकार पर आ सकती है जांच की आंच

चुनावी हिंसा को लेकर कलकत्ता हाईकोर्ट ने दुष्कर्म और हत्या जैसे गंभीर अपराधों की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) को सौंप दिया है। ऐसे में प्रत्येक में छह अधिकारियों वाली चार टीमों का गठन किया गया है। सीबीआई के एक सूत्र ने आईएएनएस को बताया, “बंगाल में चुनाव बाद हिंसा के मामलों की जांच के लिए चार विशेष जांच इकाइयां गठित की गई हैं।” सूत्र ने बताया कि प्रत्येक टीम में छह सदस्य होंगे और प्रत्येक इकाई का नेतृत्व संयुक्त निदेशक स्तर का अधिकारी करेगा।