नई दिल्ली। मानवाधिकार के लिए काम करने वाली संस्था सेंटर फॉर डेमोक्रेसी, प्लूरलिज्म एंड ह्यूमन राइट्स यानी सीडीपीएचआर ने अपनी एक रिपोर्ट में दावा किया है कि बांग्लादेश में अगस्त 2024 के महीने में हिंदुओं के खिलाफ जबरदस्त हिंसा हुई है। सीडीपीएचआर की रिपोर्ट में कहा गया है कि बांग्लादेश में 1 महीने में हिंदुओं को निशाना बनाकर हिंसा की 205 से ज्यादा घटनाएं हुई हैं। मानवाधिकार के लिए काम करने वाली संस्था की बुधवार को रिपोर्ट आई है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि 5 से 9 अगस्त 2024 तक ही हिंदुओं के खिलाफ बांग्लादेश में हिंसा की 110 घटनाएं हुईं।
रिपोर्ट में कहा गया कि बांग्लादेश में हिंदुओं की हत्या, गैंगरेप, घरों और मंदिरों पर हमले, हिंदुओं की संपत्ति पर कब्जा, लूट, हिंदुओं को धमकी देने और हिंदू बहुल गांवों के बहिष्कार की घटनाएं हुई हैं। इसके अलावा हिंदू समुदाय के 49 टीचरों को सरकारी नौकरी छोड़ने के लिए मजबूर भी किया गया। सीडीपीएचआर की तरफ से कहा गया है कि ये रिपोर्ट भारत सरकार के गृह मंत्रालय को दी जाएगी। रिपोर्ट जारी होने के मौके पर ये आशंका भी जताई गई कि बांग्लादेश में 22 फीसदी से घटकर 8 फीसदी हुआ हिंदू समुदाय पूरी तरह मिट सकता है।
बता दें कि 5 अगस्त 2024 को ही शेख हसीना ने बांग्लादेश के पीएम का पद छोड़ दिया था और अपनी बहन शेख रेहाना के साथ जान बचाकर भारत भाग आई थीं। उनके बांग्लादेश छोड़ने के बाद ही हिंदू समुदाय के खिलाफ हिंसा और उत्पीड़न की तमाम घटनाएं होने लगीं। बांग्लादेश की कार्यकारी सरकार चला रहे मुहम्मद यूनुस ने ढाका के प्रसिद्ध ढाकेश्वरी मंदिर जाकर हिंदुओं को भरोसा तो दिलाया कि उनके खिलाफ हिंसा को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, लेकिन इस दिशा में अब तक बांग्लादेश ने ठोस कदम नहीं उठाया है। इस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने भी मुहम्मद यूनुस से कहा था कि उनकी सरकार बांग्लादेश में हिंदू समुदाय की रक्षा के लिए जरूरी कदम उठाए। फिर भी बांग्लादेश के कट्टरपंथी लगातार हिंदुओं को निशाना बना रहे हैं।