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Badrinath: स्वामी प्रसाद के बयान पर भड़के चक्रपाणि महाराज, कहा- इनका स्थान पागलखाना में है या तो जेल

Badrinath: चक्रपाणि महाराज ने सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य पर निशाना साधते हुए कहा, बद्रीनाथ धाम पर जिस प्रकार से वो बार-बार विवादित टिप्पणी कर रहे है। कभी सनातन धर्म, कभी रामचरितमानस पर अब बद्रीनाथ धाम पर टिप्पणी की गई है। ये अत्यंत निदंनीय है।

नई दिल्ली। समाजवादी पार्टी के महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य ने अपने एक विवादित बयान के चलते सुर्खियों में है। उन्होंने ज्ञानवापी परिसर के ASI सर्वे को लेकर कहा था कि ज्ञानवापी मस्जिद की ही क्यों? जितने भी हिंदू धर्म स्थल है उनका भी सर्वे किया जाना चाहिए। इसके अलावा सपा नेता ने बद्रीनाथ धाम को लेकर विवादित बयान भी दिया था। स्वामी प्रसाद ने दावा किया था कि 8वीं सदी तक बद्रीनाथ धाम बौद्ध धर्मस्थल था, जिससे शंकराचार्य ने बौद्ध धर्मस्थल को मंदिर बनाया। अब स्वामी प्रसाद के इस बयान को लेकर अखिल भारत हिंदू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चक्रपाणि महाराज का आक्रोश फूट पड़ा है। चक्रपाणि महाराज ने स्वामी प्रसाद मौर्य पर हमला बोलते हुए बयान की निंदा की है।

Swami Prasad Maurya

चक्रपाणि महाराज ने सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य पर निशाना साधते हुए कहा, बद्रीनाथ धाम पर जिस प्रकार से वो बार-बार विवादित टिप्पणी कर रहे है। कभी सनातन धर्म, कभी रामचरितमानस पर अब बद्रीनाथ धाम पर टिप्पणी की गई है। ये अत्यंत निदंनीय है। स्वामी प्रसाद मौर्य चुनाव हारने के बाद अपनी मानसिक स्थिति खो चुके है। इसीलिए समाज का अब मानना है कि उनका स्थान पागलखाना होना चाहिए। अगर सही सलामत है और जानबूझकर नफरत फैलाना इनका मकसद है तो इनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर सलाखों में डाला जाए।


इसस पहले उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सपा नेता स्वामी प्रसाद के बद्रीनाथ धाम वाले बयान पर जोरदार प्रहार किया। सीएम धामी ने ट्वीट करते हुए लिखा, ”करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था के केंद्र भू बैकुंठ श्री बदरीनाथ धाम पर समाजवादी पार्टी के नेता द्वारा की गई टिप्पणी दुर्भाग्यपूर्ण है। “महाठगबंधन” के एक सदस्य के रूप में समाजवादी पार्टी के एक नेता द्वारा दिया गया यह बयान कांग्रेस और उसके सहयोगियों की देश व धर्म विरोधी सोच को दर्शाता है। यह विचार इन दलों के अंदर SIMI और PFI की विचारधारा के वर्चस्व को भी प्रकट करता है।”