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Maharashtra Politics : मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बेटे ने मुझे जान से मारने की दी सुपारी, संजय राउत के आरोप से मचा बवाल

Maharashtra Politics : इस आरोप पर टिप्पणी करते हुए शिंदे गुट की ओर से प्रतिक्रिया सामने आई है जिसमें शिंदे खेमे के विधायक ने इसे घटिया हथकंडा बताया है। एमएलए संजय शिरसाट ने कहा, ‘राउत सहानुभूति हासिल करने के लिए घटिया हथकंडा अपना रहे हैं। इसमें कोई शक नहीं कि इस मामले की गहन जांच होनी चाहिए।

मुंबई। महाराष्ट्र में सियासी घटनाक्रम हर रोज इतनी तेजी से बदल रहे हैं कि लग रहा है मारो एक नया भूचाल आने वाला है। निर्वाचन आयोग के फैसले के बाद उद्धव गुट से शिवसेना का नाम और सिंबल छीन लिया गया, इसके बाद उनके ट्विटर अकाउंट से ब्लू टिक हटा तथा वेबसाइट पर भी आंच आई। अब इन सबके बीच शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के नेता संजय राउत ने अपनी जान को खतरा बताया है। उन्होंने मंगलवार को पुलिस को पत्र लिखकर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बेटे से जान को खतरा होने का आरोप लगाया। राउत ने अपने पत्र में कहा, ‘लोकसभा सदस्य श्रीकांत शिंदे (एकनाथ शिंदे के बेटे) ने मुझे मारने के लिए ठाणे के एक अपराधी राजा ठाकुर को सुपारी दी है। मैंने उसी के संबंध में पुष्टि की है। मैं आपको एक जिम्मेदार नागरिक के तौर पर बता रहा हूं।”

Sanjay Raut
आपको बता दें कि संजय राउत ने मुंबई पुलिस आयुक्त को लिखे पत्र में आरोप लगाए हैं, जिसकी कॉपी गृह विभाग की जिम्मेदारी संभाल रहे महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और ठाणे शहर की पुलिस को भी भेजी गई। इस मामले पर पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बेटे और विधायक आदित्य ठाकरे ने कहा, ‘शिकायत को गंभीरता से लिया जाना चाहिए। दुर्भाग्य से इन गद्दार विधायकों (शिंदे खेमे से) पर बिल्कुल भी नियंत्रण नहीं है। मुंबई के माहिम इलाके में एक विधायक ने गोलीबारी की थी, लेकिन कोई एक्शन नहीं लिया गया।”

eknath shinde and uddhav thakreyसंजय राउत के इस आरोप पर टिप्पणी करते हुए शिंदे गुट की ओर से प्रतिक्रिया सामने आई है जिसमें शिंदे खेमे के विधायक ने इसे घटिया हथकंडा बताया है। एमएलए संजय शिरसाट ने कहा, ‘राउत सहानुभूति हासिल करने के लिए घटिया हथकंडा अपना रहे हैं। इसमें कोई शक नहीं कि इस मामले की गहन जांच होनी चाहिए। हालांकि, यह मत भूलिए कि राउत बहुत सारे हथकंडे अपनाते रहते हैं, जिनमें कोई तथ्य नहीं होता है। मेरा मानना है कि श्रीकांत शिंदे ऐसा कभी नहीं करेंगे, फिर भी इन्वेस्टिगेशन करा सकते हैं।’