
जालंधर। खालिस्तान समर्थक और वारिस पंजाब दे संगठन के चीफ अमृतपाल सिंह को पंजाब पुलिस ने फरार घोषित कर दिया है। पंजाब पुलिस ने शनिवार को अमृतपाल सिंह और उसके साथियों की धरपकड़ के लिए बड़ा अभियान छेड़ा था। जालंधर पुलिस के मुताबिक शनिवार रात तक अमृतपाल सिंह के 78 समर्थकों की गिरफ्तारी की गई थी। तमाम अन्य को भी हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। पंजाब पुलिस ने अमृतपाल सिंह की 2 गाड़ियां भी जब्त की हैं। उसके गिरफ्तार समर्थकों के पास से पुलिस ने 315 बोर की एक रायफल, 12 बोर की 7 बंदूकें, 1 रिवॉल्वर और 373 कारतूस बरामद किए हैं। इन हथियारों के लाइसेंसों की जांच पंजाब पुलिस करा रही है।
#WATCH | Punjab: “‘Waris Punjab De’ chief Amritpal Singh declared a fugitive. His two cars seized & gunmen nabbed, legality of their weapons being checked. Further probe on”: Jalandhar Police Commissioner to ANI pic.twitter.com/TX32LRb9xL
— ANI (@ANI) March 18, 2023
वहीं, अमृतपाल सिंह के पिता तरसेम सिंह ने मीडिया को बताया कि उनको अपने बेटे के बारे में अब तक कोई जानकारी नहीं मिली है। तरसेम सिंह ने बताया कि अमृतपाल सिंह की तलाश में एसएसपी समेत तमाम पुलिसकर्मी उनके घर पहुंचे थे। घर पर पुलिस ने काफी तलाशी की। तरसेम सिंह के मुताबिक अमृतपाल सिंह सुबह 8 बजे के करीब घर से निकला था। उन्होंने कहा कि पुलिस को घर से ही उसे गिरफ्तार कर लेना चाहिए था। तरसेम सिंह काफी चिंतित दिख रहे थे। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि फिलहाल इस बारे में उनके पास और कोई जानकारी नहीं है कि अमृतपाल कहां है।
#WATCH | Amritsar: We don’t have correct info about him (Amritpal Singh). Police conducted searches for 3-4 hours at our house. They didn’t find anything illegal…Police should have arrested him when he left from the house…: Tarsem Singh, Father of Amritpal Singh to ANI pic.twitter.com/QACVqh1FkX
— ANI (@ANI) March 18, 2023
अमृतपाल सिंह और उसके समर्थकों पर पंजाब पुलिस ने अजनाला थाने पर पिछले महीने हुए हमले और पुलिसकर्मियों से मारपीट समेत कई धाराओं में केस दर्ज किया है। अमृतपाल सिंह साल 2012 में दुबई चला गया था। वहां वो ट्रक चलाता था। फिर 2022 में सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद वो सितंबर महीने में पंजाब लौट आया। जिस वारिस पंजाब दे संगठन का वो मुखिया है, उस संगठन की स्थापना एक्टर दीप सिद्धू ने की थी। दीप सिद्धू की एक एक्सीडेंट में मौत हो गई थी। इस साल फरवरी में अमृतपाल सिंह ने अपने साथी लवप्रीत सिंह को रिहा कराने के लिए समर्थकों समेत अजनाला थाने पर धावा बोला था। तब उसने पवित्र गुरुग्रंथ साहिब की बीड़ अपने सिर पर ले रखी थी। इसी वजह से पुलिस उस वक्त अमृतपाल सिंह और उसके समर्थकों पर कोई कार्रवाई नहीं कर सकी थी। अमृतपाल सिंह पर लगे आरोप और कार्रवाई के बारे में पंजाब पुलिस की तरफ से शनिवार देर रात दी गई ताजा जानकारी आप नीचे पढ़ सकते हैं।