नई दिल्ली। आपको तो पता ही होगा कि भारत और चीन के बीच किसी न किसी मसले को लेकर विवाद का सिलसिला जारी ही रहता है। कई कूटनीतिज्ञों की तरफ से इन विवादों को सुलझाने के तमाम प्रयास करने के बावजूद आज भी कई मसलों को लेकर दोनों ही मुल्कों के बीच विवाद बरकरार है। अब इसी कड़ी में दोनों ही देशों के बीच अरूणाचल प्रदेश के रहने वाले 17 वर्षीय युवक मिराम तारन को लेकर विवाद हो गया था। मिराम तारन किसी कारणवश चीन की सीमा में दाखिल हो गया था। जिसके बाद उसे चीनी सैनिकों ने अगवा कर लिया। जैसे ही इसकी जानकारी अरूणाचल प्रदेश सरकार को लगी तो सूबे की सियासत में इस मसले को लेकर सनसनी मच गई। प्रदेश सरकार की तरफ से मिरान तारन को चीनी सरजमीं से वापस लाने की मांग उठाई गई।
यहां तक संसद में भी इस मसले को उठाया गया। उधर, राहुल गांधी ने इस मुद्दे को लेकर केंद्र सरकार की घेराबंदी की। बहरहाल, अब इतना सब कुछ पढ़ने के बाद आप सोच रहे होंगे कि आखिर चलिए ये सारी बातें तो ठीक है, लेकिन अब मिराम तारन को लेकर दोनों ही मुल्कों के बीच क्या स्थिति है। इसे लेकर अब तक केंद्र सरकार की तरफ से क्या कुछ कदम उठाए गए हैं। क्या चीन मिरान तारन को भारत को लौटाने को राजी हुआ है या अपने हठ पर बरकरार है, तो हम आपके जेहन में उठ रहे इन्हीं सब सवालों का जबाव हम आपको अपनी आगे की रिपोर्ट में देने जा रहे हैं।
तो आपको बताते चलें कि चीन मिरान तारन को लौटाने को राजी हो चुका है। हालांकि, पहले तो चीन अपने हठ पर बरकरार रहा, लेकिन अब भारत द्वारा उठाए गए कड़े कदमों का ही नतीजा है कि चीन ने अपने हठ में परिवर्तन लाते हुए मिरान तारिन को भारत को लौटाने को तैयार हो चुका है। दोनों ही देशों के बीच कुछ तय प्रक्रियाओं को करना होगा जिसके बाद तारिन को वापस भारत भेज दिया जाएगा। बता दें कि विगत 18 जनवरी को तारन गुमशुदा हो गया था, जिसके बाद उसके लापता होने के मसले को मिरान ने उठाया था। उधर, असम के तेजपुर में रक्षा प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल हर्षवर्धन पांडेय ने कहा कि चीनी सेना ने हमें सूचित किया है कि उन्हें अरुणाचल प्रदेश का एक लापता लड़का मिला है। इस युवक को भारत को सौंपने के लिए उचित प्रक्रिया का पालन किया।