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Loksabha Chunav: आखिरकार NDA में शामिल हो ही गए चिराग पासवान, जेपी नड्डा ने ट्वीट कर दी ये जानकारी

बीते दिनों हाजीपुर में एक सभा को संबोधित करने के क्रम में स्पष्ट कर दिया था कि चाहे कुछ भी हो जाए, लेकिन इसी सीट से चुनाव लड़ेंगे और जीत भी दर्ज करेंगे। बता दें कि साल 2020 में रामविलास पासवान के निधन के बाद लोजपा में फूट पड़ गई थी, जिसके बाद पार्टी दो फाड़ हो गई, जिसमें एक की कमान चिराग पासवान को मिली, तो दूसरे की कमान पशुपति पारस को मिली।

नई दिल्ली। आखिरकार दिल्ली के अशोका होटल में प्रस्तावित एनडीए के घटक दलों की बैठक से पूर्व चिराग पासवान आधिकारिक रूप से राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में शामिल हो गए। इसकी जानकारी खुद बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने अपने ट्विटर हैंडल पर दी है। जिसमें उन्होंने कहा कि, ‘चिराग पासवान जी से दिल्ली में भेंट हुई। उन्होंने माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व वाले NDA गठबंधन में शामिल होने का निर्णय लिया है। मैं उनका NDA परिवार में स्वागत करता हूं। इससे पहले चिराग पासवान की केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भी मुलाकात हुई थी’।

हालांकि, जब एनडीए ने आगामी लोकसभा चुनाव के लिए रूपरेखा तैयार करने के मकसद से मीटिंग बुलाई थी, तो उसमें चिराग पासवान के शामिल होने को लेकर ऊहापोह की स्थिति बनी हुई थी, लेकिन बाद में जेपी नड्डा के मान-मनौव्वल के बाद चिराग बैठक में शामिल होने के लिए मान गए, जिसके बाद उनके चाचा पशुपति पारस की दिल की धड़कनें तेज हो गईं। इन धड़कनों के तेज होने की वजह थी हाजीपुर सीट। जी हां…दरअसल, इस सीट पर चिराग के चाचा पशुपति पारस वर्तमान में सांसद हैं। यह सीट लोजपा की पारंपरिक सीट है। ऐसे में उन्हें यह चिंता सता रही थी कि अगर चिराग पासवान एनडीए में शामिल हो गए, तो आगामी लोकसभा चुनाव में हाजीपुर सीट से उन्हें टिकट दिया जा सकता है, जिससे सियासी मोर्चे पर उनके लिए चुनौतियां बढ़ सकती हैं।

Chirag Paswan

बता दें कि बीते दिनों हाजीपुर में एक सभा को संबोधित करने के क्रम में पशुपति पारस ने कहा  था कि चाहे कुछ भी हो जाए, लेकिन वो इसी सीट से चुनाव लड़ेंगे और जीत भी दर्ज करेंगे। ध्यान दें कि साल 2020 में रामविलास पासवान के निधन के बाद लोजपा में फूट पड़ गई थी, जिसके बाद पार्टी दो फाड़ हो गई, जिसमें एक की कमान चिराग पासवान को मिली, तो दूसरे की कमान पशुपति पारस को। वहीं, पशुपति पारस लगातार चिराग पर निशाना साधा रहे हैं। बहरहाल, अब आगामी दिनों में हाजीपुर सीट को लेकर सियासी परिदृश्य कैसा रहता है। इस पर सभी की निगागें टिकी रहेंगी।