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Jalandhar: ‘तो अब प्रार्थना छोड़ धमकी देने पर उतर आया चर्च’, एक्शन में पुलिस, पीड़ित ने खुद बयां किया अपना दर्द

इतना ही नहीं, बात अगर खुद के निर्धारित उत्तरदायित्वों से पल्ला झाड़ने तक सीमित होती, तो मसला आज इतना संजीदा नहीं होता, जितना की आज बन चुका है। बता दें, चर्च प्रबंधकों पर आरोप है कि उन्होंने मुन्ना के परिजनों को भी धमकाने की भी कोशिश की थी।

नई दिल्ली। कभी धर्मांतरण तो कभी अनैतिक गतिविधियों को लेकर कुख्यात होता जा रहा चर्च अब एक बार फिर से विवादों में आ गया है। इस बार जालंधर का ताजपुर चर्च विवादों में है। बता दें कि जालंधर के ताजपुर स्थित चर्च में असंख्य लोग अपनी बीमारियों से दुरूस्त होने के लिए आते हैं। बताया जाता है कि इस चर्च के पादरी अपनी प्रार्थना के जरिए ऐसा करिश्मा करते हैं कि लोग चंगे भी हो जाते हैं। कुछ ऐसे ही करिश्माई किस्सों को सुनकर बीते दिनों यूपी के हाथरस से 50 वर्षीय मुन्ना आए थे। वे अपनी बीमारी को ठीक कराने के लिए आए थे, लेकिन एकाएक गायब हो गए। इस बारे में जब चर्च प्रबंधकों से सवाल किया गया, तो कहने लगे कि हमें इसकी कोई जानकारी नहीं है। यहां तो बहुत लोग प्रार्थना के लिए आते हैं और कौन आ रहा है और कौन नहीं आ रहा है। इसके बारे में हमें थोड़ी जानकारी होगी।

इतना ही नहीं, बात अगर खुद के निर्धारित उत्तरदायित्वों से पल्ला झाड़ने तक सीमित होती, तो मसला आज इतना संजीदा नहीं होता, जितना की आज बन चुका है। बता दें, चर्च प्रबंधकों पर आरोप है कि उन्होंने मुन्ना के परिजनों को भी धमकाने की भी कोशिश की थी। यहां तक उनसे जोर जबरदस्ती भी की। उनसे सारे महत्वपूर्ण दस्तावेज तक छीन लिए गए। अब ऐसी स्थिति में मुन्ना के परिजन करे तो करे क्या। लिहाजा उन्होंने मामले की शिकायत पुलिस में दर्ज कराई। आपको बता दें कि मुन्ना के परिजनों ने लांबड़ा थाने में मामले की शिकायत दर्ज कराई। उधर, पुलिस ने पीड़ित परिजनों को आश्वस्त किया है कि मुन्ना को किसी भी कीमत पर ढूंढ लिया जाएगा। अब ऐसी स्थिति में आगामी दिनों में मामले की तफ्तीश के दौरान पुलिस की क्या कार्यप्रणाली रहती है।

एक बार फिर विवादों में ताजपुर चर्च, जानें क्या है मामला

इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी। माना जा रहा है कि आगामी दिनों में पुलिस मामले की तह तक जाने के लिए चर्च में लगे सीसीटीवी फुटैज की  भी तलाश करेगी, ताकि तमाम गतिविधियों के बारे में जानकारी हासिल की जा सकें। बताया जा रहा है कि चर्च में प्रार्थना के दौरान मुन्ना किसी काम से बाहर गए थे, जिसके बाद वे एकाएक गायब हो गए। वहीं, चर्च प्रबंधकों ने मामले में अपना हाथ होने साफ इनकार कर दिया है, लेकिन जिस तरह से कहा जा रहा है कि चर्च ने पीड़ित परिवार को कथित तौर पर धमकाने की कोशिश की है, वो कहीं ना कहीं चर्चा की गतिविधियों को संदिग्ध करार देती हुई नजर आ रही है। अब ऐसी स्थिति में पुलिस उपरोक्त प्रकरण को संज्ञान में लेने के बाद उपरांत क्या कुछ कार्रवाई करती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।