
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में सुरक्षा की जिम्मेदारी सीआईएसएफ को सौंपने का कल आदेश दिया था। आज सीआईएसएफ के डीआईजी के. प्रताप सिंह खुद अपनी टीम के साथ मेडिकल कॉलेज पहुंचे और उन्होंने परिसर का मुआयना किया। इस दौरान पत्रकारों द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब में डीआईजी ने सिर्फ इतना कहा कि हमें यहां भेजा गया है और जिस काम से हम यहां आए हैं वो हमें करने दीजिए। फिलहाल मैं आपके किसी सवाल का जवाब नहीं दे सकता जब हम अपना काम कर लेंगे इसके बाद आपके सवालों का जवाब दिया जाएगा।
#WATCH कोलकाता, पश्चिम बंगाल: DIG CISF के. प्रताप सिंह ने कहा, “हमें अपना काम करने दीजिए। हम यहां किसी काम से आए हैं। मैं अपना काम कर रहा हूं, जो उच्च अधिकारियों ने मुझे सौंपा है…” https://t.co/9lCvKL90Bk pic.twitter.com/6b8pUfszRQ
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 21, 2024
आपको बता दें कि डाक्टर की रेप के बाद हत्या मामले में स्वत: संज्ञान लेते हुए सुप्रीम कोर्ट ने डाक्टरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कल एक नेशनल टास्क फोर्स का गठन किया है। इसके साथ ही शीर्ष अदालत ने महिला डॉक्टरों की सुरक्षा को राष्ट्रीय मुद्दा बताते हुए कहा था कि देश भर में मेडिकल प्रोफेशनल्स और हेल्थ केयर वर्कर्स की सुरक्षा के लिए एक व्यापक गाइडलाइन तैयार की जाएगी। सीजेआई ने कहा कि मेडिकल पेशेवरों को अपने काम के दौरान कई बार तमाम प्रकार की हिंसा झेलनी पड़ती है। कई बार डाक्टर्स चौबीस घंटे काम करते हैं, फिर भी उन्हें सुरक्षा नहीं मिलती।
The Resident Doctors’ Association of AIIMS, New Delhi, expresses profound gratitude to the Supreme Court for its prompt intervention and landmark ruling regarding RG Kar MC&H. In solidarity with fellow residents in Kolkata, we will provide essential OPD services from Jantar… pic.twitter.com/GuX7JPA2Xs
— IANS (@ians_india) August 21, 2024
दूसरी तरफ, एम्स दिल्ली के रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज और इससे जुड़े मुद्दों पर सुप्रीम कोर्ट के स्वत: संज्ञान लेने और दिए गए फैसले के लिए आभार व्यक्त किया है। एसोसिएशन की ओर से कहा गया है कि आरजी कर मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों के प्रति अपनी एकजुटता व्यक्त करने और मरीजों की देखभाल के प्रति अपनी अटूट प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करने के लिए, हम सुबह 11:00 बजे से जंतर मंतर पर ओपीडी सेवाएं प्रदान करेंगे। यह कदम मौजूदा चुनौतियों के बावजूद मरीजों की सेवा के प्रति हमारे समर्पण को दर्शाता है।