नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के हाथरस में हुई गैंगरेप की वारदात के बाद देशभर में आक्रोश का माहौल देखने को मिल रहा है। वहीं इस घटना से इतर राजस्थान में भी कुछ रेप की वारदातें सामने आई हैं। जिसके बाद राजस्थान की गहलोत सरकार अब सवालों के घेरे में फंसती नजर आ रही है। दरअसल राजस्थान (Rajasthan) के बारां में दो लड़कियों के साथ रेप किया गया, जिसपर अब काफी बवाल मचा हुआ है। इस बीच राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) ने दोनों घटनाओं की तुलना करते हुए बेतुकी सफाई दी है। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि बारां का मामला पूरी तरह से अलग है, लेकिन राज्य सरकार जांच कर रही है।
हाथरस में हुई घटना बेहद निंदनीय है, उसकी जितनी निंदा की जाए उतनी कम है लेकिन दुर्भाग्य से राजस्थान के बारां में हुई घटना को हाथरस की घटना से कम्पेयर किया जा रहा है
1/— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) October 1, 2020
बारां की घटना को लेकर अशोक गहलोत ने ट्वीट कर लिखा कि हाथरस में हुई घटना बेहद निंदनीय है, उसकी जितनी निंदा की जाए उतनी कम है लेकिन दुर्भाग्य से राजस्थान के बारां में हुई घटना को हाथरस की घटना से तुलना की जा रही है। जबकि बारां में बालिकाओं ने स्वयं मजिस्ट्रेट के समक्ष दिए 164 के बयानों में अपने साथ ज्यादती नहीं होने एवं स्वयं की मर्जी से लड़कों के साथ घूमने जाने की बात कही।
जबकि बारां में बालिकाओं ने स्वयं मजिस्ट्रेट के समक्ष दिए 164 के बयानों में अपने साथ ज्यादती नहीं होने एवं स्वयं की मर्जी से लड़कों के साथ घूमने जाने की बात कही। बालिकाओं का मेडिकल भी करवाया गया एवं अनुसन्धान में सामने आया कि लड़के भी नाबालिग हैं, जांच आगे भी जारी रहेगी।
2/— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) October 1, 2020
अशोक गहलोत ने आगे लिखा, घटना होना एक बात है और कार्यवाही होना दूसरी, घटना हुई तो कार्यवाही भी तत्काल हुई। इस केस को मीडिया का एक वर्ग और विपक्ष हाथरस जैसी वीभत्स घटना से कम्पेयर करके प्रदेश और देश की जनता को गुमराह करने का काम कर रहे हैं।
घटना होना एक बात है और कार्यवाही होना दूसरी, घटना हुई तो कार्यवाही भी तत्काल हुई। इस केस को मीडिया का एक वर्ग और विपक्ष हाथरस जैसी वीभत्स घटना से कम्पेयर करके प्रदेश और देश की जनता को गुमराह करने का काम कर रहे हैं।
3/— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) October 1, 2020
जानिए क्या है मामला
बारां में पीड़ित लड़कियों के परिजनों का कहना है कि 18 से 21 सितंबर तक युवक दो नाबालिग लड़कियों को कोटा, जयपुर और अजमेर ले गए। जहां दोनों के साथ गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया। आरोपियों ने नाबालिग लड़कियों को पुलिस के सामने कुछ बोलने पर जान से मारने की धमकी भी दी। इस दौरान लड़कों के पकड़े जाने के बावजूद उन्हें छोड़ दिया गया। वहीं, लड़कियों को सखी केंद्र भेजा गया।