नई दिल्ली। चलिए, छोड़िए, बहुत पढ़ लिए आप राजनीति की उठापठक के बारे में, आज हम आपको दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल से मिलवाते हैं। वैसे तो केजरीवाल साहब किसी ने किसी मसले को लेकर सुर्खियों के सैलाब में गोता लगाने में मशगूल ही रहते हैं। शायद ही ऐसा कोई मसला उनके हत्थे से बचकर निकलता हो जिसका सहारा लेकर वे केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने से गुरेज न करते हों, लेकिन शायद आपको पता न हो कि बीते कुछ दिनों वे खुद एक मसले को लेकर अपने विरोधियों के निशाने पर आ गए थे। उनसे सवाल तक पूछे जाने लगे थे कि क्या उन्हें दिल्लीवासियों की बुनियादी जरूरतों की चिंता नहीं है क्या? यूं तो चुनावी जलसों में वे जनता से जुड़े हितों से संदर्भित मुद्दों को उठाने में तनिक भी परहेज नहीं करते हैं, तो फिर भैया ये क्या हो रहा है।
आखिर क्यों पिछले कुछ दिनों से बुलाई जा रही एनडीएमसी की बैठक में केजरीवाल साहब नदारद दिख रहे हैं और वो भी उस एनडीएमसी की बैठक में जहां दिल्लीवासियों से जुड़े बुनियादी मसलों के बारे में विस्तार से चर्चा होती है, उसके निराकरण की दिशा में रूपरेखा तैयार की जाती है, लेकिन अब इसे केजरीवाल साहब की बेमानी नहीं तो और क्या कहेंगे कि वे एनडीएमसी की अब तक किसी भी बैठक में शामिल नहीं हुए थे, जिसके बारे में हम आपको पिछले कई रिपोर्टों में बता ही चुके हैं। खैर, छोड़िए उन बातों के बारे में। अपनी इस रिपोर्ट में हम आपको एक बड़े ही पत्ते की बात बताने जा रहे हैं। दरअसल, जब एनडीएमसी की बैठक में केजरीवाल की गैरमौजूदगी को लेकर सवाल उठाए गए, उनके विरोधियों द्वारा हमले बोले गए और मीडिया में इस मसले को प्रमुखता से उठाया गया, तो आज हुई एनडीएमसी की बैठक में वे शामिल हुए हैं, जिसके वीडियो भी सामने आए, जो कि आगे हम आपको दिखाएंगे।
दिल्ली सीएम @ArvindKejriwal जी आज सदस्यता जाने के डर से @tweetndmc में पहुँचे ।
पानी और विकास के मुद्दे पर हमने केजरीवाल को घेरा ।
केजरीवाल जवाब देना पड़ेगा हिसाब भी देना पड़ेगा । @amitmalviya @BJP4Delhi pic.twitter.com/asBCarII7y— Kuljeet Singh Chahal ?? (@kuljeetschahal) May 25, 2022
दरअसल, माना जा रहा है कि लगातार नदारद होने से सीएम केजरीवाल की एनडीएमसी की सद्स्यता पर ग्रहण लग सकता है। जिसके बाद आज उन्होंने एनडीएमसी की बैठक में शामिल होना जरूरी समझा। अगर नहीं होते, तो उन्हें लेने के देने पड़ जाते और वैसे भी पंजाब में जिस तरह से उनकी सरकार के स्वास्थ्य मंत्री भ्रष्टाचार के आरोप में संलिप्त पाए गए हैं, उसके बाद तो उनके विरोधियों के हमले और धार दे चुके हैं। जिसे ध्यान में रखते हुए आप संयोजक एक-एक कदम फूंक फूंक कर ऱख रहे हैं। हालांकि, मीडिया में आई खबरों की माने तो इस दौरान उनसे कई मुद्दों को लेकर सवाल किया गया, लेकिन लाचारी देखिए उन्हें जवाब तक देना भारी पड़ गया है। वे किसी भी मसले का सटीक जवाब नहीं दे पाए।