नई दिल्ली। आगामी लोकसभा चुनाव से पहले तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म की तुलना डेंगू, मलेरिया और कोरोना जैसी बीमारियों से करके राजनीतिक पारा गरम कर दिया है। बीजेपी ने इस बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उधर, एमके स्टालिन इंडिया गठबंधन में शामिल हैं, तो ऐसे में बीजेपी का हमला और तेज हो चुका है। अब बीजेपी के लपेटे में राहुल गांधी भी आ चुके हैं। राहुल से सवाल किया जा रहा है कि आखिर उनकी मोहब्बत की दुकान में ये नफरत का सामान कहां से आ गया है। इस पर कांग्रेस नेता की ओर से अब तक कोई बयान सामने नहीं आया है, लेकिन आपको बता दें कि महासचिव वेणुगोपाल ने स्पष्ट कर दिया कि उनकी पार्टी सर्व धर्म समभाव पर चलने वाली है।
उधर, प्रियांक खरगे अपने वक्तव्य के जरिए उदयनिधि की विवादित टिप्पणी का समर्थन कर चुके हैं। उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि आखिर ऐसी किसी भी व्यवस्था को धर्म कैसे कहा जा सकता है, जिसमें किसी के साथ भेदभाव किया जाता हो। स्पष्ट है कि उन्होंने अपने इस बयान के जरिए उदयनिधि का समर्थन किया है। उधर, उदयनिधि ने मीडिया से बातचीत के दौरान स्पष्ट कर दिया है कि वो अपने द्वारा बोले गए एक-एक शब्द पर कायम हैं। उन्हें किसी भी बात से कोई फर्क नहीं पड़़ता है। वहीं, बीजेपी की ओर से माफी मांगने के लिए कहा जा रहा है, लेकिन उदयनिधि दो टूक कह चुके हैं कि वो माफी नहीं मांगेंगे। जिस पर बीजेपी नेता निशिकांत दुबे ने तंज कसते हुए कहा कि वो राहुल गांधी के चेले हैं। भला वो माफी क्यों मागेंगे। ये लोग राजा हैं, लेकिन अब देश की जनता इस तथ्य को समझ चुकी है, जिसका करारा जवाब इन्हें आगामी लोकसभा चुनाव में भी मिलेगा। इस बीच बीजेपी नेता मनोज तिवारी ने सीएम केजरीवाल, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्य़क्ष मल्लिकार्जुन खरगे की चुप्पी पर सवाल उठाए हैं।
हालांकि, अभी ना ही केजरीवाल की ओर से कोई बयान सामने आया है और ना ही खरगे की ओर से लेकिन आपको बता दें कि पीटीआई से बातचीत के दौरान ममता ने इस हॉट टॉपिक पर अपना रुख स्पष्ट कर दिया है। आइए, आगे आपको बताते हैं कि उन्होंने क्या कुछ कहा है। दरअसल, ममता ने पीटीआई से बातचीत के दौरान कहा कि, ‘मैं तमिलनाडु की जनता और सीएम एमके स्टालिन का बहुत आदर करती हूं। हर धर्म की अपनी अलग-अलग मान्यताएं होती हैं। भारत में अनेकता में एकता है, जो कि इस देश का मूल है।
उन्होंने कहा कि हमें किसी भी ऐसे मामले में शामिल नहीं होना चाहिए, जो किसी की भी भावनाओं को ठेस पहुंचाए। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि मैं हर धर्म का सम्मान करती हूं। हमारी सरकार पूजा पाठ करने वाले पूरोहितों को पेंशन देती है। मैं हर धर्म का सम्मान करती हूं। हर मंदिर , मस्जिद , गुरुद्वारा और चर्च भी जाते हैं। मैं यह अपील करती हूं कि किसी भी धर्म के अनुयायियों को ठेस ना पहुंचाया जाए। वहीं, बीजेपी का हमला उदयनिधि के इस बयान को लेकर इंडिया गठबंधन पर जारी है। अब ऐसे में यह पूरा माजरा आगामी दिनों में क्या रुख अख्तियार करता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।