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Bihar: विधानसभा में दिखा नीतीश कुमार का रौद्र रूप, भड़के CM ने स्पीकर को भी नहीं दिया बोलने, जानें पूरा माजरा

Bihar : दरअसल, हुआ यूं था कि बीजेपी नेता संजय सरावगी की तरफ से लखीसराय में हुई लोगों की मौत का माजरा उठाया गया था। बता दें कि यह पूरा 2 माह पहले का है, जिसमें 9 लोगों की मौत हो गई थी।

नई दिल्ली। बिहार विधानसभा में सत्र के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को इतना गुस्सा आ गया कि वे विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा की बात सुनने की भी स्थिति में नहीं थे। स्पीकर की तरफ से उन्हें ज्यादा गुस्सा नहीं होकर संतुलित अवस्था में अपनी बात रखने के लिए कहा जा रहा था, लेकिन सांतवे आसमान पर पहुंच चुका उनका पारा अब ठंडा होने का नाम नहीं ले रहा था। वहीं, मुख्यमंत्री के इस रुख को देखकर विधानसभा में मौजूदा अन्य सदस्यों के भी होश फाख्ता हो गए। बता दें कि वर्तमान में बिहार विधानसभा का बजट सत्र चल रहा है। जिसमें आए दिन प्रदेश के बेशुमार मसलों को उठाए जाने का सिलसिला जारी है। आइए, तो आगे आपको बताते हैं कि आखिर मुख्यमंत्री को किस बात पर गुस्सा आया था।

nitesh kumar

आखिर क्यों आया मुख्यमंत्री को गुस्सा? 

दरअसल, हुआ यूं था कि बीजेपी नेता संजय सरावगी की तरफ से लखीसराय में हुई लोगों की मौत का माजरा उठाया गया था। बता दें कि यह मामला 2 माह पहले का है, जिसमें 9 लोगों की मौत हो गई थी। हालांकि, पुलिस की तरफ से इस पूरे मामले को संज्ञान में लेने के बाद जांच का सिलसिला शुरू हो चुका है, लेकिन उससे पहले इस पूरे मामले में सभी लोगों के होश फाख्ता करके रख दिए हैं। भाजपा विधायक सरावगी मंत्री के जवाब से संतुष्ट नहीं हुए और उन्होंने सरकार को घेरने के अंदाज में कहा कि पुलिस दोषियों को नहीं पकड़ रही है। विधायक सरावगी सरकार पर ही सवाल उठाते हुए मंत्री के जवाब के बीच में बोलने लगे। उधर, सीएम नीतीश कुमार बीजेपी नेता संजय द्वारा उठाए गए सवालों के संदर्भ में कहा कि अभी पूरे मामले की जांच की जा रही है।

वैसे भी यह पूरा माजरा कोर्ट में विचाराधीन है। लिहाजा इस पर अभी कोई भी टिका टिप्पणी करना सही नहीं रहेगा। इस मामले को सदन में उठाना सही नहीं रहेगा। इस बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का गुस्सा सांतवे आसमान पर पहुंच गया। उन्होंने गुस्से में कहा कि जो मामला कोर्ट में विचाराधीन है। उसे अदालत में उठाना  उचित नहीं है। इसके बाद मुख्यमंत्री ने गुस्से में कहा कि, काफी तल्ख लहजे में जोर-जोर से बोलते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि सरकार न किसी को फंसाती है, न किसी को बचाती है। यह सब जानते हुए भी सदन में ऐसे सवाल उठाकर समय बर्बाद किया जा रहा है।