नई दिल्ली। बजट सत्र के आखिरी दिन उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधायकों को बड़ा तोहफा दिया है। सीएम योगी ने विधायक निधि को दो करोड़ से बढ़ाकर तीन करोड़ रुपये करने की घोषणा की। साथ ही कहा कि विधायकों के वेतन-भत्तों व यात्रा कूपन की राशि बढ़ाने पर विचार करने के लिए संसदीय कार्य एवं वित्त मंत्री सुरेश खन्ना की अध्यक्षता में समिति बनाई जाएगी।
विधायक निधि के मानकों पर पुनर्विचार भी होगा। विधानसभा में 26 फरवरी को सभी दलों ने विधायक निधि की राशि और वेतन-भत्ते बढ़ाने की मांग की थी। इस पर शुक्रवार को मुख्यमंत्री ने सदन में कहा कि विधायकों के मुद्दों पर सरकार, सदन की जनभावना के साथ है। उन्होंने विधायक निधि तीन करोड़ करने का प्रस्ताव किया। कहा कि विभिन्न विभागों से जुड़े प्रस्तावों पर विधायकों की सहमति से काम कराया जाएगा। विभागों का बजट काफी बढ़ाया गया है। विधायक चाहेंगे तो 50 से 100 करोड़ तक की योजनाओं पर काम करा सकते हैं। पांच वर्ष में वे इसका लेखा-जोखा रखेंगे तो बता सकेंगे कि कितने काम कराए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि चर्चा करके विधायकों के वेतन भत्तों, परिवार भत्ता व कूपन पर ठोस व्यवस्था बना सकते हैं। कूपन की जगह स्मार्ट कार्ड पर भी विचार कर सकते हैं। इसके लिए वित्त मंत्री की अध्यक्षता में दलीय नेताओं की कमेटी विचार करे।
विधानमंडल के दोनों सदनों में शुक्रवार को चार दर्जन से ज्यादा विभागों का 3.62 लाख करोड़ रुपये का बजट बिना चर्चा के पारित कर दिया गया। इसके साथ ही छह विधेयक और वर्ष 2020-21 का बजट (विनियोग विधेयक) पास करने के बाद विधानमंडल की कार्यवाही तय अवधि से पहले ही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई।