Arnab Goswami Arrest: अर्नब गोस्वामी की गिरफ्तारी को लेकर कांग्रेस पर बरस पड़े सीएम योगी, कह दी ये बात

Arnab Goswami: भाजपा(BJP) ने इस मामले में कांग्रेस को निशाने पर लिया है। वहीं उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बिहार के मधुबनी में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस(Congress) पर तगड़ा प्रहार किया है।

Avatar Written by: November 4, 2020 2:11 pm

नई दिल्ली। मुंबई पुलिस ने बुधवार सुबह रिपब्लिक टीवी के एडिटर-इन-चीफ अर्नब गोस्वामी (Arnab Goswami ) को 53 साल के एक इंटीरियर डिजाइनर और उनकी मां की आत्महत्या के मामले में उनके घर से गिरफ्तार कर लिया। इसको लेकर एक वीडियो भी सामने आया है जिसमें अर्नब गोस्वामी को पुलिस भारी बल के साथ उनके घर में जाकर उन्हें गिरफ्तार करती है। इस गिरफ्तारी पर रिपब्लिक न्यूज चैनल का दावा है कि अर्नब को उस मामले में गिरफ्तार किया गया है, जो पहले ही बंद किया जा चुका है। वहीं, राजनीतिक गलियारे से भी इस गिरफ्तारी को लेकर महाराष्ट्र सरकार पर सवालिया निशान उठाए जा रहे हैं। भाजपा ने इस मामले में कांग्रेस को निशाने पर लिया है। उत्तर प्रदेश केमुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बिहार के मधुबनी में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर तगड़ा प्रहार किया है। सीएम योगी ने अपने बयान में कहा है कि, लोकतंत्र का गला घोटना कांग्रेस की पुरानी आदत है।

Arnab Goswami

यूपी सीएम योगी ने कहा कि, “कांग्रेस लोकतंत्र का गला घोटती है, 1975 में कांग्रेस ने देश पर आपातकाल थोपा था। और आज भी देश के एक बहुत बड़े पत्रकार को केवल अपनी स्वयं की तुष्टि के लिए गिरफ़्तार करके लोकतंत्र के चौ​थे स्तंभ पर हमला करने का कार्य कांग्रेस कर रही है।”

अर्नब के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कांग्रेस और महाराष्ट्र सरकार पर हमला बोला है। अमित शाह ने ट्वीट कर कहा, ‘कांग्रेस और उसके सहयोगियों ने एक बार फिर लोकतंत्र को शर्मसार किया है। रिपब्लिक टीवी और अर्नब गोस्वामी के खिलाफ राज्य की सत्ता का दुरुपयोग व्यक्तिगत स्वतंत्रता और लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर हमला है। यह हमें आपातकाल की याद दिलाता है। फ्री प्रेस पर इस हमले का विरोध होगा।’

amit shah rajnath rahul gandhi

वहीं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस घटना पर कहा है कि, “वरिष्ठ पत्रकार अर्नब गोस्वामी के साथ किया गया व्यवहार लोकतंत्र के चौथे स्तंभ को कमजोर करने और विरोध के स्वर का दमन करने की अधिनायकवादी प्रवृत्ति का प्रतीक है। कांग्रेस को आपातकाल समेत अनेक उदाहरणों का ध्यान करना चाहिए कि प्रेस का दमन करने वाली सरकारों का हश्र बुरा हुआ।”