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Cold Wave: पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी से मैदानी इलाकों में कड़ाके की ठंड, जानिए मौसम विभाग का ताजा अनुमान

Cold Wave: इस साल पूरे जनवरी कड़ाके की ठंड और कोहरे ने आम लोगों के लिए मुश्किल ला दी। कोहरा तो अब नहीं हो रहा, लेकिन कड़ाके की ठंड से आम जनजीवन पर असर पड़ा है। तेज चल रही हवा की वजह से शीतलहर एक बार फिर मैदानी इलाकों में लौट आई है। जानिए इससे कब निजात मिलेगी।

नई दिल्ली। पिछले दिनों आए पश्चिमी विक्षोभ के कारण पहाड़ी इलाकों में जमकर बर्फबारी हो रही है। इससे मैदानी इलाकों में शीतलहर फिर लौट आई है। अब मौसम विभाग ने ताजा अनुमान लगाया है कि जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में अगले 24 घंटे बर्फबारी के साथ बारिश होगी। इससे मैदानी इलाकों में ठंड के और बढ़ने के आसार हैं। मौसम विभाग के अनुसार हिमाचल, जम्मू-कश्मीर और पंजाब में शीतलहर तेज होगी। इसके अलावा उत्तराखंड में पाला भी पड़ेगा। मौसम विभाग ने कुछ और राज्यों में भी बारिश की भविष्यवाणी की है। शुक्रवार और शनिवार को तटीय आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, असम, नगालैंड, मणिपुर, सिक्किम, त्रिपुरा, तेलंगाना, झारखंड, ओडिशा और अंडमान निकोबार द्वीपसमूह में बारिश होने के आसार हैं।

मैदानी इलाकों में कड़ाके की ठंड देखने को मिल रही है। तेज हवा के कारण ठंड काफी तेज है। हालांकि, पिछले दिनों हुई बारिश के बाद अब कोहरा कम है और इसके पूरी तरह खत्म होने की बात मौसम विभाग ने कही है। फिर भी पहाड़ों पर लगातार बर्फ गिरने से लोगों को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। पूरे फरवरी के महीने में ऐसी ही हालत रहने के आसार दिख रहे हैं। मौसम विभाग ने पहले ही कहा है कि एक और पश्चिमी विक्षोभ आ सकता है। इससे भी पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी का दौर जारी रह सकता है। पहाड़ों पर बर्फ गिरने से मैदानी इलाकों में ठंड का असर और बढ़ सकता है।

इस साल पूरे जनवरी कड़ाके की ठंड और कोहरे ने आम लोगों के लिए मुश्किल ला दी। कोहरा तो अब नहीं हो रहा, लेकिन कड़ाके की ठंड से आम जनजीवन पर असर पड़ा है। कड़ाके की ठंड के कारण लोग जगह-जगह अलाव तापते नजर आ रहे हैं। कोहरा न होने के कारण ट्रेनों और फ्लाइट के आवागमन पर असर नहीं पड़ रहा है। इससे पहले लगातार कोहरा होने के कारण ट्रेनें और फ्लाइट देरी से चल रही थीं। इससे एक से दूसरी जगह जाने वालों को तमाम दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। अब उम्मीद यही है कि दो हफ्ते बाद ठंड का असर कम होना शुरू होगा और मार्च में मौसम सुहावना हो सकता है।