
नई दिल्ली। कथित यौन शोषण मामले की जांच के लिए ओलिंपिक महासंघ ने सात सदस्यीय समिति गठित करने का ऐलान किया है। इस समिति में मैरी कॉम, डोला बनर्जी, अलकनंदा अशोक, योगेश्वर दत्त, सहदेव यादव और 2 अधिवक्ताओं के नाम शामिल हैं। बता दें कि आज भारतीय ओलिंपिक महासंघ ने उक्त मामले के संदर्भ में बैठक बुलाई थी। जिसमें आईओए ने कहा कि यह मामला बेहद गंभीर है। जिसकी जांच अनिवार्य है। लिहाजा इसके लिए समिति गठित करने का फैसला किया गया है। जांच को लेकर कोई समय सीमा तय नहीं की गई है। इससे पहले खेल मंत्रालय द्वारा जारी किए गए नोटिस पर बृजभूषण सिंह ने अपना जवाब दाखिल कर दिया है।
हालांकि, उन्होंने आज मीडिया को संबोधित करने के साफ इनकार कर दिया है। उनके बेटे प्रतीक सिंह ने कहा कि वे आगामी 22 जनवरी को प्रेस कॉफ्रेंस करेंगे। जिसके बाद अब इस बात को लेकर चर्चा तेज हो चुकी है कि क्या वे किसी के इशारे पर काम कर रहे हैं। यह सवाल इसलिए पूछे जा रहे हैं, क्योंकि अब यह पूरा मामला उत्तर प्रदेश बनाम हरियाणा का रूप धारण कर चुका है। जहां एक तरफ नरसिंह सिंह यादव सहित कई अन्य पहलवान बृजभूषण का00 समर्थन कर रहे हैं, तो वहीं दूसरी तरफ हरियाणा के सभी पहलवान धरनारत पहलवानों के समर्थन में आ चुके हैं, लेकिन एक तीसरा तबका ऐसा भी है, जो कि इसे महिलाओं की अस्मिता से जुड़ा हुआ बता रहे हैं।
वहीं, खेल मंत्रालय भी उक्त मामले का संज्ञान ले चुका है। केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर के साथ धरनारत प्रदर्शनकारियों की बैठक जारी है। कल से लेकर अब तक कई मर्तबा यह बैठक हो चुकी है, लेकिन यह बैठक अब तक बेनतीजा ही साबित हुई है। धरनारत पहलवान लगातार कुश्ती संघ के अध्य़क्ष बृजभूषण सिंह के इस्तीफे की मांग के साथ ही उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की भी मांग कर रहे हैं। लेकिन, आज केंद्र सरकार ने स्पष्ट कर दिया कि उन्हें बर्खास्त करने का अधिकार उनके क्षेत्र में नहीं आता है। लिहाजा बीते बुधवार को उनसे केंद्र सरकार की ओर से इस्तीफा देने के लिए कहा गया था, लेकिन आज उन्होंने मीडिया से बातचीत के क्रम में इस्तीफा देने से साफ इनकार कर दिया। साथ ही कहा कि मैं जनता के द्वारा चुना गया हूं। मैं इस्तीफा नहीं दूंगा। मैं हर प्रकार की जांच के लिए तैयार हूं। बता दें कि बृजभूषण सिंह के कार्यकाल में कुछ ही समय शेष रह गए हैं।
बहरहाल, उनकी तरफ से आगामी 22 जनवरी को प्रेसवार्ता किए जाने का ऐलान किया जा चुका है। अब ऐसे में देखना होगा कि वे प्रेसवार्ता में मामले के संदर्भ में क्या कुछ कदम ऐलान करते हैं। उधर, पहलवानों के विरोध प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे विनेश फोगाट ने दावा किया है कि उनके पास यौन शोषण के संदर्भ में ऑडियो हैं। उन्होंने यहां तक दावा किया है कि वे कई ऐसी महिला पहलवानों के बारे में जानती हैं, जिनके साथ यौन शोषण हुआ है। बीते गुरुवार को उन्होंने प्रेसवार्ता में कहा था कि यौन शिकार हो चुकी कई महिला पहलवानों के फोन उनके पास आ रहे हैं। कह रहे हैं दीदी हम आपके साथ हैं।
आपने बहुत हिम्मत दिखाई है। ध्यान रहे कि दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने खेल मंत्रालय सहित दिल्ली पुलिस को मामले के संदर्भ में नोटिस भी जारी कर चुकी है। इससे पहले मालीवाल धरनारत पहवानों के पास गई थीं और उनकी सुध भी ली थी। साथ ही उन्होंने मीडिया से मुखातिब होने क्रम में पुलिस कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए थे। बहरहाल, अब यह पूरा माजरा आगामी दिनों में क्या रुख अख्तियार करता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।